गौरव शुक्ला की रिपोर्ट
कायमगंज(फर्रुखाबाद) प्रसव पीड़ा होने पर आशा बहू ने उपचार के लिए गर्भवती महिला को एक निजी चिकित्सक के यहां भर्ती कराया। जहां जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई। जानकारी होने पर परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की और परिजनों का समझा-बुझाकर शांत कराया। पुलिस ने शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कुबेरपुर निवासी 25 वर्षीय मोहिनी पत्नी हंसराज जाटव के प्रसव पीड़ा होने पर गांव की आशा बहू शबाना नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लेकर पहुंची। जहां स्टाफ नर्स ने हड्डी बड़ी होने की बात कहकर प्राइवेट में भर्ती कराने की सलाह दी, तभी आशा बहू नगर के पुल ग़ालिब पुलिया स्थित अनुपम हॉस्पिटल में डिलीवरी के लिए ले जाकर भर्ती कराया। जहां पहले ही 20 हजार रुपये जमा करा लिये और उपचार देने के बाद चिकित्सकों ने ऑपरेशन करने के लिए प्राइवेट एम्बुलेन्स के द्वारा फर्रुखाबाद मसेनी चौराहा पर अपने हास्पीटल में ले जाकर भर्ती कराया। जहां एक घंटे उपचार के बाद बच्चे को दूसरे गेट से बाहर निकाला गया। परिजनों को शक हुआ और अंदर जाकर देखा तो महिला की भी मौत हो चुकी थी। गुस्साये परिजन महिला के शव को लाकर कायमगंज नगर के पुल गलिव अनुपम हॉस्पिटल के अंदर रख दिया और जमकर हंगामा काटने लगे। घटना की सूचना पर स्पेक्टर संतोष कुमार मिश्रा, उप निरीक्षक रमाशंकर पांचाल, कस्बा चौकी दरोगा शिव कुमार, कांस्टेबिल अंकित कटियार पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंच गये और जांच की। पुलिस ने उत्तेजित परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। परिजनों ने आशा व अस्पताल कर्मियों पर कार्यवाही की मांग की।