उमेश कुमार विश्वकर्मा की रिपोर्ट
जालौन खेतो पर पशु चराने गए लापता हुए ग्रामीण का शव बहादुरपुर नहर कोठी के पास माइनर में झाड़ियों के बीच फंसा मिला।
रामपुरा थाना अंतर्गत ग्राम लिडऊपुर निवासी जितेंद्र सिंह पुत्र जसराम सिंह सेंगर उम्र लगभग 45 वर्ष का क्षत विक्षत शव कुठौंद थाना क्षेत्र के ग्राम बहादुरपुर के निकट माइनर की झाड़ियों में मिला है । बताया जाता है कि मृतक जितेंद्र सिंह तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। अविवाहित होने के कारण घर से वेफिक्र रहने वाला जितेंद्र सिंह लगभग सत्रह अट्ठारह वर्ष से इंदौर मध्य प्रदेश में ट्रक चलाते हुए वही रहकर जीवन यापन करता रहा। लेकिन गत 3 माह पहले पैरालाइसिस का अटैक होने से उसके दाहिने हाथ पैर ने आंशिक रूप से काम करना बंद कर दिया इस स्थिति में वह अपने गांव लिडऊपुर वापस अपने भाई बृजेंद्र सिंह उर्फ बल्ले एवं शिवसिंह के साथ रहने चला आया । कल सोमवार को सुबह लगभग 10 बजे जितेंद्र सिंह अपने खेतों पर जाते समय घर के पशुओं को भी चराने के लिए खोल कर ले गया , देर शाम जब वह वापस नहीं लौटा तो ग्राम वासियों को साथ में लेकर घर के लोगों ने उसे खोजना प्रारंभ किया, देर रात घर के पालतू पशु तो भटकते हुए मिल गए लेकिन जितेंद्र सिंह का कहीं पता नहीं चला । आज मंगलवार की सुबह कुठौंद थाना क्षेत्र के बहादुरपुर नहर कोठी के निकट माइनर में झाड़ियों के बीच जितेंद्र सिंह का शव क्षत-विक्षत स्थिति में मिला। अनुमान है कि नहर पर पशुओं को पानी से निकालने के प्रयास में पैर फिसलने से वह नहर में गिरकर पानी के तेज बहाव में बह गए, हाथ पैर से कमजोर होने एवं तैरना न जानने के कारण पानी में डूब कर उनकी मृत्यु हो गई । कटे फटे चेहरे को देखकर अनुमान है कि पानी के जंतुओं ने उनके चेहरे को नोच नोच कर शव को विकृत कर दिया ।
उक्त घटना की सूचना पाकर कुठौंद थाना प्रभारी इस्पेक्टर अखिलेश द्विवेदी, राजीव वैस थानाध्यक्ष रामपुरा, उपनिरीक्षक लाल बहादुर यादव चौकी प्रभारी कंझारी बहादुरपुर, जगम्मनपुर पुलिस चौकी स्टाफ ने घटनास्थल पर पहुंच कर शव को पानी से निकाल कर पोस्टमार्टम हेतु उरई भेजा है।