अभिमन्यु शुक्ला की रिपोर्ट
औरैया के अजीतमल तहसील क्षेत्र के गांव अनंतराम में बने सामुदायिक शौचालय में लगी समरसेविल का पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा अपने निजी मकान में उपयोग किया जा रहा था। जब इस खबर को प्रकाशित किया गया तो स्टार्टर तथा केविल को ग्राम सचिव द्वारा हटवा दिया गया।जब प्रधान से इस बारे में बात की गई थी तो उन्होंने साफ कहा दिया कि आज तक सामुदायिक शौचालय की चाबी मुझे नहीं मिली है,न मुझे सामुदायिक शौचालय की कोई भी जानकारी है। जब ग्राम विकास अधिकारी से संपर्क करना चाहा तो, सचिव न तो अपने मकान पर मिले और न ही उन्होंने फोन उठाना मुनासिब समझा, जब सामुदायिक शौचालय में लगी समरसेविल का पड़ोसी द्वारा निजी मकान में स्तेमाल करने की खबर लगाई गई तो खबर पढ़ते ही उस समरसेविल का स्टार्टर व केविल खोल ली गई, जबकि समरसेविल से पाइप लगा कर स्तेमाल करने की वीडियो पत्रकार के पास मौजूद है।
अब देखना यह है कि आलाअधिकारी इस खबर पर करता कार्यवाही करते हैं या फिर यों ही स्टार्टर और केविल हटने की खानापूर्ति कराकर यों ही रफा-दफा कर लीपापोती करने का प्रयास करते हैं।
आखिर सरकारी सम्पत्ति का यों ही दुरुपयोग होता रहेगा या उच्च अधिकारी मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करेंगे।