अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारों….फर्रुखाबाद का स्थायी आश्रय गृह (शेल्टर होम) ऐसे ही गरीबों का सहारा बना हुआ है, जिनका ध्यान रखने वाला कोई नहीं है। शेल्टर होम के प्रभारी जय विजय सचान (परियोजना अधिकारी डूडा) ने अपनी कार्यशैली के चलते अपने नाम के अनुरूप यहाँ रहने वाले लोगों के दिलों पर विजय पा ली है। यही कारण है कि श्री सचान को बीते दिनों नोडल अधिकारी द्वारा किए गए निरीक्षण में शाबासी मिली थी।आपको बता दें बीते 13 जनवरी को नोडल अधिकारी अराधना शुक्ला (अपर मुख्य सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद, उप्र शासन, लखनऊ) ने स्थायी आश्रय गृह का गहन निरीक्षण किया था। नोडल अधिकारी ने शेल्टर होम से सम्बंधित सभी सुविधाओं (संचालन, संस्था, केयर टेकर, पेमेंट, संस्था का चयन आदि) की जानकारी ली। उन्होंने रसोई का निरीक्षण किया, वहाँ की साफ सफाई देखी ततपश्चात महिला डोरमेट्री में ठहरी महिलाओं से बातचीत की व उनकी समस्याओं को सुना।
श्रीमती शुक्ला ने कपड़ा बैंक भी देखा, पुरुष डोरमेट्री में ठहरे अन्त:वाशियों से उनका कुशलक्षेम जाना, खानपान की जानकारी ली, रसोई के उपयोग के सम्बंध में चर्चा की। अन्त:वाशियों द्वारा बताया गया कि सुबह चाय मिलती है व खाना बनाने के लिए गैस, बर्तन व ज़रूरत पर राशन भी उपलब्ध कराया जाता है। नोडल अधिकारी ने अन्त:वाशियों की इंट्री रजिस्टर में चेक की। सारी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त मिलने पर उन्होंने केन्द्र प्रभारी जय विजय सचान की प्रशंसा कर उनकी पीठ ठोंकी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह, सीडीओ एम. अरुनमोली, अपर जिलाधिकारी सुभाष चन्द्र प्रजापति, जी (अपर जिलाधिकारी), अधिशासी अधिकारी रविन्द्र कुमार, सीएमएस अनुज प्रताप सिंह चौहान, संस्था से आबिद मंसूरी तथा शेल्टर होम के सभी केयर टेकर उपस्थित रहे।