सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में एक तरफ लखनऊ पुलिस कोरोना से जंग में अहम भूमिका निभाकर मिसाल पेश कर रही है। वहीं, मड़ियांव पुलिस इसपर दाग लगाने में लगी है। दरअसल, शुक्रवार को अवैध संबंध के चलते 40 वर्षीय महिला की गड़ासे से हत्या कर दी गई। घटना को अंजाम देकर बेटा पिता और पुत्र मौके से फरार हो गए। पुलिस के सामने खून से लथपथ फर्श पर महिला करीब 30 मिनट तक तड़पती रही और पुलिस घटना की जांच पड़ताल और वीडियों बनाने में जुटी रही। वक्त पर अस्पताल नहीं पहुंचने से उसकी मौत हो गई।
प्रेम प्रसंग बनी मौत की वजह
मामला मड़ियांव थानाक्षेत्र के धतिंगरा गांव का है। मूलरूप से उन्नाव निवासी अनीता देवी (40) छह साल पहले अपने पहले पति राजू रावत को छोड़कर मड़ियांव के धतिंगरा गांव निवासी खुशीराम के साथ रहने लगी थी। खुशीराम ने भी करीब आठ साल पहले अपनी पहली पत्नी को छोड़ दिया था। अनीता के पहले पति से उसके तीन बच्चे थे। जिसमें से बड़ी बेटी पूजा (20) उसके साथ ही रहती थी और खुशीराम की पहली पत्नी से उसके 2 लड़के आकाश (19) और विकास (16) हैं। पुलिस की मानें तो दोनों ने अपने पहले पति व पत्नी को छोड़ कर दूसरी शादी कर ली थी। खुशीराम का बड़ा बेटा आकाश अपनी सौतेली मां अनीता और उसके पिता के साथ बनाए गए अवैध संबंध को लेकर काफी समय से नाराज चल रहा था। जिसकी वजह से महिला और आकाश में अक्सर विवाद हुआ करता था। शुक्रवार सुबह आकाश अनीता के घर पहुंचा और उसे अकेला देख झगड़ा करने लगा। अनीता ने जब विरोध किया तो आकाश ने आंगन में रखे गड़ासे से उसकी गर्दन काट दी और मौके से फरार हो गया।