खय्याम अहमद जाफरी की रिपोर्ट
कानपुर । कई सालों पहले होली के त्यौहार पर फाग गायन को लेकर टोलियों के बीच प्रतियोगिता कला का दृश्य कई दशकों बाद फिर से देखने को मिला, जब कानपुर देहात के भोगनीपुर क्षेत्र के गुरुगांव गांव में फाग प्रतियोगिता हुई। यहां भारतीय ग्रामीण जनकल्याण मंच द्वारा फाग गायन प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया। इसमें कुल 12 टीमों ने हिस्सा लिया। कई घंटे चले महिला फाग गायन में महिलाओं की टीम में पुखरायां ने तो वहीं पुरुषों के बीच प्रतियोगिता में मुड़ेरा की टीम ने प्रथम स्थान पाया। मुख्य अतिथि भोगनीपुर विधायक विनोद कटियार व बसपा नेता संजय सचान ने विजेताओं को पुरस्कृत कर उत्साहवर्धन किया।
फाग गायन कला वर्षों से चली आ रही ऐसी प्रतिभा है, जिसे सुनकर लोगों में होली का रंग खुद ब खुद चढ़ जाता है। गांव के चबूतरों पर युवा व बुजुर्गो की टोली के बीच फाग प्रतियोगिता कुछ देखते ही बनती है। दरअसल जिले के मलासा ब्लाॅक के गुरुगांव में ऐसी ही फाग गायन प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें पुखरायां की विमला सचान तथा पुखरायां की ही अनामिका सचान आदि कई टीमों ने प्रतिभाग किया। मदनपुर की प्रगति सचान की टीम ने भारत के वीर जवान सरहद पर खेलें ये होली, फाग का गायन किया। पुरुषों की फाग प्रतियोगिता में मुडे़रा के यशवंत सचान, कैलई के शिवनारायण सचान, गुरुगांव के भगवानदीन सहित अन्य टीमों ने हिस्सा लिया। शशिलता सचान बम्हनौती ने, भारत के वीर जवान हो खेलैं खून की होली-होली, धारा 370 हटाई, जनता ने फिर खुशी मनाई कश्मीर में खूब रही सेना की जोरी, खेलैं खून की होली, फाग गाया।
वहीं विमला सचान पुखरायां ने, होलिया में उड़े रे गुलाल खेलो रंग केसरिया मोदी जी के जैसा नेता देश को मिल गया भाग्य विधाता हो रही जय जयकार, फाग गाया। इस तरह महिलाओं की फाग गायन प्रतियोगिता में मुरलीपुर, मदनपुर, गुरुगांव, बम्हनौती, पुखरायां की टीमों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में पुखरायां की अनामिका सचान की टीम ने उत्कृष्ट फाग गायन का प्रदर्शन कर जीत सिल की। पुरुषों की फाग गायन प्रतियोगिता में मुड़ेरा, अनन्तापुर, कैलई, गुरुगांव की टीमों ने भी जौहर दिखाया। मुड़ेरा के यशवंत सिंह की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली टीमों को भोगनीपुर विधायक विनोद कटियार, बसपा नेता संजय सचान ने पुरस्कार देते हुए कहा कि फाग गायन के क्षेत्र में प्रतिभागियों ने जिस तरह से अपनी प्रतिभा दिखाई वह काबिले तारीफ है। इस तरह एक बार फिर से फाग कला जीवंत हो रही है।