रवि तिवारी की रिपोर्ट
कानपुर देहात-जिले के भदेसा गांव के लोगों में उस समय दहशत का माहौल बन गया, जब एक कोरोना पॉजिटिव मरीज के अंतिम संस्कार के बाद लोगों को इसकी जानकारी हुई। दरअसल कोरोना संक्रमित के सामाजिक होने व लोगों से अच्छे संबंध होने के चलते लोग उसकी मौत के बाद अन्तिम संस्कार में पहुंचे थे।जबकि इस महामारी के समय जिला प्रशासन द्वारा सामाजिक दूरी बनाने एवं भीड़ एकत्रित न करने की लगातार अपील की जा रही है। अब लोगों में कोरोना को लेकर भय व्याप्त हो गया। हालांकि पूरे गांव को सील कर दिया गया है और लोगों से घरों में ही रहने की अपील की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक कानपुर देहात के सरवनखेड़ा विकास खंड के भदेसा गांव का मामला है, जहां बीते दिन एक एक कोरोना मरीज की मौत हो गई थी। किसी को इसकी जानकारी न होने के चलते सामान्य तौर पर गांव व आसपास के ग्रामीण भी उसके अन्तिम संस्कार में सम्मिलित हुए थे। विधिवत तरह से उसका अंतिम संस्कार किया गया। इसके बाद जब लोगों को पता चला कि मृतक कोरोना पॉजिटिव था तो लोगों के होश उड़ गए। ग्रामीणों के मुताबिक दिवंगत का व्यवहार अच्छा था। इसके चलते अंतिम संस्कार में भी भीड़ जुटी, नाते रिश्तेदार भी पहुंचे थे।
अब वहां सम्मिलित लोगों की पहचान व तलाश करने को लेकर विभाग के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। हालांकि कुछ लोग खुद से सामने आ रहे लेकिन जो बाहर के लोग है उन्हें तो पता तक नहीं होगा कि वह पाजीटिव था। फिलहाल पूरे गांव में दहशत का माहौल है और कोई भी गांव से बाहर नहीं जा रहा है। पूरे गांव को सील कर दिया गया है। अपील की गई है कि कोई बाहर न निकले।