मोहन द्विवेदी की रिपोर्ट
बरहज (देवरिया)। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के साथ ही बेटियों को सुरक्षित रखो कहना और उस पर अमल करना आज के समय की केवल मांग ही नहीं बल्कि आवश्यक आवश्यकता भी बन गई है। ताइक्वांडो बेटियों को आत्मनिर्भर बनने में आजकल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है जो उनको मुश्किल हालातों में भी अपनी सुरक्षा स्वयं करते हुए विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब दे पाने में समर्थ हो सकती हैं।
ट्रेनिंग सेंटर सिंह ताइक्वांडो एकेडमी के कोच मास्टर संदीप शर्मा ने बताया कि आज कल के अपराधों एवं अपराधियों को देखते हुए हर लड़के व लड़की को ताइक्वांडो सीखना चाहिए लड़कियों के लिए सबसे अच्छा एवं सुरक्षित खेल ताइक्वांडो है इससे लड़कियां शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह से मजबूत होती हैं। इस खेल से लड़कियों के अंदर आत्मविश्वास पैदा होता है और किसी भी परिस्थिति में अपनी सुरक्षा करने में सक्षम होती हैं। यह एक ऐसा खेल है जिससे हमें पहचान भी मिलती है और सुरक्षा भी। ताइक्वांडो एक प्रकार का ओलंपिक गेम है जो आत्म रक्षा के लिए सबसे उत्तम है।
विश्व के सभी खेलों में ताइक्वांडो टॉप 7 पर है और मार्शल आर्ट में पहले नंबर पर है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसे सीख कर लड़कियां या लड़के दोनों आत्म रक्षा करने में सक्षम होते हैं। ताइक्वांडो के माध्यम से हम किसी भी स्थिति को आराम से निपट सकते हैं। ताइक्वांडो कोच संदीप शर्मा ने बताया कि आज के समय को देखते हुए अपनी लड़की को एक क्लास कम पढ़ाओ पर ताइक्वांडो का हुनर अवश्य सिखाओ जिससे हमारी बेटियां हर स्थिति सुरक्षित रहें |