जिला विपणन अधिकारी ने कहा की अगर दोष सिद्ध हुआ तो मैं खुद रिपोर्ट दर्ज कराऊंगा
आत्माराम त्रिपाठी की विशेष रिपोर्ट
बांदा । जनपद के तहसील नरैनी क्षेत्र के ग्राम पुकारी धान खरीदी केन्द्र में केंद्र प्रभारी द्वारा किसानों का शोषण जारी ।
धान खरीदी केन्द्र में धान लेके पहुंचे किसानों से धान खरीदने के एवज में केंद्र प्रभारी द्वारा किसानों से एक हजार रुपए सुविधा शुल्क की मांग की गई। किसान राकेश निवासी गाजीपुर ने बताया की उनकी केन्द्र प्रभारी से वार्ता हो गई तब वह अपना धान लेकर खरीद केंद्र में आया। नमूना दिखाया तो ठीक बताया गया । हम सुबह से बैठे हुए हैं बाद में कहने लगा धान सही नहीं है एक एक हजार रुपए सभी लोग दो तभी धान खरीदी की जाएगी। किसान मोहन लाल पटेल निवासी खलारी ने आरोप लगाया कि वह एक बार धान लाकर लौट चुका है अब दुबारा आया तो खरीद नहीं की जा रही।
यंहा खरीदी नहीं की जाती मात्र दिखावा है। सिर्फ किसानों को परेशान किया जाता है। उनका शोषण किया जा रहा है । यंहा व्यापारियों के मन का होता है।
इस संदर्भ में जब जिला विपणन अधिकारी से हमारे “ब्यूरो चीफ” ने वार्ता कर किसानों की समस्या बताई तो उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में मामला आया है। क्षेत्रिय विपणन अधिकारी को जांच करने के लिए निर्देशित किया है। अगर जांच में दोषी पाए गए तो मैं स्वंय जाकर रिपोर्ट दर्ज कराऊंगा। जिला विपणन अधिकारी ने कहा कि एक पुकारी धान खरीदी केन्द्र ही नहीं जनपद के किसी भी धान खरीदी केन्द्र में किसानों के साथ अगर गलत ब्यवहार हुआ तो वह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा ।दोषी लोगों के बिरूध्द कार्रवाई की जाएगी।
हमारे संबादसूत्र ने धान खरीदी केन्द्र पुकारी से मोके में रहे किसानों के हवाले से बताया कि यहां किसानों से धान खरीदी केन्द्र प्रभारी द्वारा यह कहके कि तुम लोगों का धान दागी है नहीं खरीदा जा सकता। जबकी पहले नमूना दिखाया गया था तब बोला धान सही है लेकिन बाद में वही धान खराब बना दिया जाता है ।
यंहा शासन-प्रशासन की नहीं ब्यापारियों की भर्राशाही चलती है तभी तो यह सीना ठोक कहते हैं डीएम से कहो चाहे जिससे कहो यहां जो हम चाहेंगे वहीं होगा।