अर्पित श्रीवास्तव की रिपोर्ट
बाँदा । क्षेत्र में मवेशियों का झुंड दिन रात किसानों की बोई हुई खरीफ की फसलों को पैरों तले रौंदकर बर्बाद कर रहे हैं। इन अन्ना मवेशियों के झुंड से किसान इतना परेशान हैं कि किसान फसल बचाने के लिए दिन रात खेत पर रखवाली कर रहे हैं, फिर भी वह अपनी फसलों को बचा नही पा रहे हैं।
प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी क्षेत्र के किसानों को अन्ना समस्या से मुक्ति नहीं मिल रही है। आए दिन अन्ना मवेशी किसानों की फसलों को बर्बाद कर हैं जिससे त्रस्त होकर बदौसा के दुबरिया ग्राम पंचायत के मजरा दतौरा, उसरापुरवा, बगीचापुरवा, मखलूपुरवा, हल्दीपुरवा, हलवाईनपुरवा व गड़रियनपुरवा तथा निजामी नगर के दर्जनों ग्रामीणों ने किसान मुनीर खान (मुन्नू भइया) व महादेव के अगुवाई में उप जिलाधिकारी अतर्रा को अन्ना जानवरों की समस्या से निजात दिलाये जाने की गुहार लगायी किसानों ने बताया कि इस समय फसल में फूल पर आ गए हैं पर अन्ना मवेशियों का झुंड खेत में घुसकर खड़ी हुई फसलों को पैरों से रौंद कर नुकसान पहुंचा रहे हैं किसानों का कहना है कि दिन रात रखवाली कर रहे हैं, जरा सा मौका पाकर अन्ना मवेशियों का झुंड खेतों में घुसकर फसलों को तहस नहस कर रहे हैं। बता दें कि बदौसा के तीन ग्राम पंचायतों के मध्य दुबरिया ग्राम पंचायत के महुराई में एक स्थायी गौशाला है जिसमें लगभग 150 गायों को रखा गया है शेष लगभग 400 अन्ना पशु अभी भी खेतों व सड़कों पर विचरण कर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिससे किसानों के सामने एक बार फिर अन्ना बड़ी समस्या बन गया है।
किसान इम्तियाज ने बताया कि हमने करीब 10 बीघा में चना बोया हुआ है और इस समय तिलहन की फसल में फूल पर आ चुके हैं, मगर अन्ना जानवर फसल को रौंद रहे हैं, जिससे खड़ी हुई फसल टूटकर बर्बाद हो रही है। अन्ना जानवर हमारी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। किसान दिलीप मोदनवाल का कहना है कि हमने करीब 30 बीघा में दलहन व तिलहन की फसल बोई है, अन्ना जानवरों से बचाने के लिए खेत पर जाकर रखवाली करते हैं, मगर गाँव में अन्ना जानवर तादात से ज्यादा है, जैसे ही हम अपने खेतों से जानवरों को हांकते है वहीं पर दूसरे खेत का किसान लड़ाई पर आमादा हो जाता है।
इस मौके पर महादेव पटेल, सलीम खा, राम प्रसाद पाल, मुस्तकीम खां, गंगा प्रसाद, राजेन्द्र, अली हुसेन, भऊवा, बाबादीन इत्यादि सहित दर्जनों किसान उपस्थित रहे।