अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
जनपद बलरामपुर के थाना गौरा चौराहा की कुछ ऑडियो क्लिप्स पुलिस अधीक्षक बलरामपुर के संज्ञान में आईं थीं, जिनमें कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा फर्जी ढंग से अभियोग में धाराएँ बढ़ाने के लिए एक व्यक्ति से धनराशि की माँग की जा रही थी। इस गंभीर भ्रष्टाचार के कृत्य पर तत्काल कठोर कार्यवाही करते हुए, प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए SHO गौरा चौराहा संतोष कुमार सरोज, मुख्य आरक्षी राम प्रगट मिश्रा और आरक्षी निगम सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करके उनके खिलाफ विभागीय जाँच खोल दी गयी।
पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार, दुर्व्यवहार और अनुशासनहीनता के आदी हो गए पुलिसकर्मियों को चिन्हित करके उनके खिलाफ आज दिन भर कार्यवाहियां जारी रहीं।
उपरोक्त तीन पुलिसकर्मियों के निलंबन के उपरांत निम्नलिखित कार्यवाहियां की गईं:
1. थाना जरवा के उप निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह की ड्यूटी के दौरान शराब पीने की लत की शिकायत पर उनकी लाइन हाजिरी के उपरांत विभागीय जाँच खोली गई है।
2. थाना रेहरा बाज़ार के उप निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद यादव को थाने पर आने वाले पीड़ितों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत पर लाइन हाजिर करके उनके खिलाफ विभागीय जाँच खोली गई है।
3. थाना ललिया के उप निरीक्षक रमेश कुमार मिश्रा के ऊपर एक अभियोग की विवेचना में रिश्वत लेने के आरोप पर उनको निलंबित करके उनके खिलाफ विभागीय जाँच प्रारम्भ की गई है।
4. थाना गौरा चौराहा के आरक्षी अजय सिंह पर भ्रष्टाचार और दुर्व्यवहार के आरोप पर उसकी लाइन हाजिरी के उपरांत विभागीय जाँच प्रारम्भ की गई।
5. थाना पचपेड़वा के आरक्षी योगेश कुमार पासवान और क्षेत्राधिकारी तुलसीपुर के कार्यालय के आरक्षी सुकेश सिंह पर अवैध तरीके से आरा मशीन पर लकड़ी के बोटे चिरवाने के आरोप पर इन दोनों को लाइन हाजिर किया गया और इनके खिलाफ विभागीय जाँच प्रारम्भ की गई है।
6. थाना कोतवाली देहात के आरक्षी विकास मिश्रा पर भ्रष्टाचार के आरोप पर लाइन हाजिरी के उपरांत विभागीय जाँच प्रारम्भ की गई।
7. थाना रेहरा बाज़ार के दो आरक्षियों को बैंक ड्यूटी में लापरवाही और अनुशासनहीनता के आरोप पर पुलिस लाइन्स में अर्दली कक्ष में पेश होने के लिए आदेशित किया गया। इन दोनों आरक्षियों के साथ ड्यूटी से गायब मिले दो होम गार्ड्स के खिलाफ कार्यवाही के लिए जिला होम गार्ड कमांडेंट से पत्राचार किया गया।
उत्तर प्रदेश शासन की मंशानुरूप भ्रष्टाचार, दुर्व्यवहार और अनुशासनहीनता के खिलाफ जीरो टॉलरेन्स की नीति का बहुत कठोरता से अनुपालन करवाया जाएगा।