शाहजहांपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ के तमाम जतन के बाद भी उत्तर प्रदेश में बच्चियों के प्रति अपराध कम नहीं हो रहे हैं। ताजा मामला शाहजहांपुर का है। जहां पर एक बच्ची का शव संदिग्ध परिस्थिति में मिला। इसके साथ ही घर से गायब दूसरी लड़की गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली है। एक लड़की का शव मिला। उसको जिला अस्तपताल में भर्ती कराया गया है।
शाहजहांपुर के कांट थाना क्षेत्र में सोमवार को कोचिंग में पढ़ने गईं दो बच्चियां गायब हो गई। बच्चियों के घर न पहुंचने पर घर के लोगों ने उनकी खोज की। पांच तथा सात वर्ष की यह चचेरी बहनें प्रधान के बेटे की कोचिंग में पढऩे गईं थी। वहां से निकलने के बाद से ही दोनों गायब हो गईं। माना जा रहा है कि इनको अगवा करने के बाद इनकी हत्या कर शव को जंगल में फेंका गया। सात वर्षीय बच्ची भी घायलावस्था में खेत में मिली। गंभीर रूप से घायल बच्ची को यहां जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन दोनो के चेहरे पर धारदार हथियार से वार किया गया। दुष्कर्म की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। इन दोनों के कपड़े अस्त-व्यस्त होने से दुष्कर्म की आशंका है।
एसपी शाहजहांपुर ने बताया कि चार वर्ष की बच्ची का शव मिला है। मौके पर ही खेत में उसकी चचेरी बहन भी जीवित अवस्था में मिली है, उसे अस्पताल भेजा गया है। उसकी गर्दन और सिर पर चोट है लेकिन हालत स्थिर है। पूछताछ की जा रही है। इस प्रकरण की जांच के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई हैं।
बीए की छात्रा जली अवस्था में खेत में मिली: इससे पहले शाहजहांपुर के तिलहर में रविवार रात बीए की एक छात्रा जली हुई अवस्था में खेतों में पड़ी मिली थी। उसको लखनऊ रेफर किया गया है। मौके पर पहुंचे परिजन किसी अनहोनी की घटना की आशंका जाहिर कर रहे हैं। मामला थाना तिलहर के नगरिया मोड की है, जहां खेतों में बीए सेकंड ईयर की छात्रा जली हुई अवस्था में पड़ी मिली। अर्धनग्न अवस्था में मिली छात्रा को स्थानीय लोगों ने ढककर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस के जरिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वह अपने पिता के साथ सोमवार को एसएस कॉलेज में पढऩे के लिए आई थी। तीन बजे छुट्टी होने के बाद वह नहीं मिली। करीब 5:00 बजे पुलिस ने घरवालों को सूचना दी कि उनकी बेटी जाली हालत में मिली है। आनन-फानन में पुलिस ने झुलसी छात्रा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। छात्रा 65 फीसदी तक जल चुकी है। उसकी हालत नाजुक होने पर उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। इस बात पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है कि कॉलेज से नगरिया मोड़ पर कैसे पहुंची। उसे किसने आग लगाई या खुद आग लगाई अभी तक इस बात का पता नहीं लग पाया है।