उत्तर भारत में मॉनसून के आगमन में विलंब के आसार दिखाईं दे रहे हैं। मॉनसून का बिहार-झारखंड पहुंचने का वक्त भी हो गया है, लेकिन वह अभी तक कर्नाटक एवं आंध्र प्रदेश में ही अटका भी हुआ है। हालांकि, मौसम विभाग का ये कहना है कि यह विलंब बिपारजॉय तूफान की वजह से नहीं है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले तीन दिनों के दौरान मॉनसून ने कोई प्रगति नहीं हुई है। यह महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में पहुंच पाया है। जबकि मॉनसून के आगमन की सामान्य तिथियों के अनुसार 15 जून को मॉनसून समूचे महाराष्ट्र को कवर करते हुए सौराष्ट्र-कच्छ, ओडिशा को कवर करते हुए झारखंड, छत्तीसगढ़ तथा बिहार के आधे इलाकों को कवर भी कर लेता है। लेकिन इसमें विलंब हो चुका है और अगले दो दिनों तक यहां मॉनसून के पहुंचने के आसार भी नहीं दिख रहे हैं।
पूर्वी यूपी में 20 जून से पहले बारिश नहीं
इसी प्रकार, उत्तर प्रदेश में मॉनसून 20 जून से पहले वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर आदि इलाकों में दस्तक देता है पर जिस रफ्तार से मॉनसून अभी काफी पीछे है, उससे लगता नहीं कि 20 जून तक उत्तर प्रदेश में मॉनसून दस्तक दे सकता है। इसी प्रकार दिल्ली में मॉनसून 27 और आगरा में 30 जून को दस्तक भी देता है। आगे की स्थितियों पर निर्भर करेगा कि मॉनसून यहां तय समय पर पहुंच पाता भी है या नहीं।मौसम विभाग के वैज्ञानिक आर जेनामणि ने बोला है कि बिपारजॉय से मॉनसून के आगमन में विलंब नहीं हुआ है क्योंकि तूफान के प्रभाव वाला क्षेत्र अलग है और मॉनसून दूसरे हिस्से में भी है।