सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
यूपी पुलिस जिस कुख्यात बदमाश विकास दुबे को खोजने में जुटी थी आखिरकार वह मध्य प्रदेश के उज्जैन में पकड़ा गया। बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर में वह शरण लिया था। उसने खुद अपना परिचय दिया और उसके बाद पुलिस बुलाकर गिरफ्तार की गई।
यूपी पुलिस की 40 से अधिक टीमें और क्राइम ब्रांच की टीम उसे कई प्रदेश में तलाश रही थी। पुलिस की कड़ी पहरेदारी के बावजूद विकास हरियाणा पहुंच गया। वहां फरीदाबाद के एक होटल में रुका। पुलिस पहुंचती उससे पहले ही विकास भाग गया। सीसीटीवी में उसकी फोटो कैद हो गई। इसके बाद उसके सरेंडर की अटकलें तेज हो गईं। मगर फरीदाबाद से निकलकर विकास मध्य प्रदेश पहुंच गया। बताया जाता है कि वह उज्जैन के महाकाल मंदिर गया था। बातया जा रहा है कि विकास दाे दिन कानपुर, दो दिन फरीदाबाद और फिर मध्य प्रदेश पहुंच गया।
दो दिन तक कानपुर में था
कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद कुख्यात अपराधी विकास और उसका एक गुर्गा कार्तिकेय उर्फ प्रभात 50 घंटे तक चंद कदमों की दूरी पर बने रहे। इस बात की भनक पुलिस को नहीं लग सकी। पुलिस पूरे प्रदेश में दोनों को खोजने में लगी रही और वह पुलिस की नाक के नीचे से भाग निकलने में कामयाब हो गए। उसके बाद वह लोग फरीदाबाद पहुंचे। जहां पर विकास ने अपनी भाभी के यहां पनाह ली और पुलिस टीम के वहां पहुंचने से पहले फरार हो गया। फरीदाबाद में सूचना मिलने के बाद वहां की क्राइम ब्रांच पुलिस और एसटीएफ ने न्यू इंदिरा नगर नहर पार फरीदाबाद में छापेमारी की। वहां से कार्तिकेय, अंकुर और श्रवण को गिरफ्तार किया। जब क्राइम ब्रांच ने पूछताछ शुरू की तो चौकाने वाला खुलासा हुआ। कार्तिकेय उर्फ प्रभात ने जानकारी दी कि पुलिस कर्मियों की हत्या करने के बाद उसने और विकास ने उनकी दो पिस्टले और कारतूस लूटी और वहां से शिवली निकल गए। वह लोग शिवली में दो दिन रुके। मोटरसाइकिल और टैक्सी से सफर करते हुए वह लोग फरीदाबाद पहुंच गए। यहां उन्होंने विकास की भाभी शांति मिश्रा के यहां शरण ली। उन्हें शरण देने के मामले में अंकुर और श्रवण को गिरफ्तार किया गया है।
फरीदाबाद पुलिस ने इनके पास से दो 9 एमएम पिस्टल और दो देसी पिस्टल 9 एमएम और 45 जिंदा कारतूस बरामद किए। साथ ही प्रभात के पास से तीन हजार रुपए दिए। प्रभात ने बताया कि पुलिस टीम के आने की सूचना मिलने के साथ ही विकास कुछ घंटे पहले फरार हो गया।
पुलिस का नेटवर्क फेल
घटना के बाद से पुलिस अधिकारी पूरे प्रदेश में कॉर्डिनेट करने में लग गए और उन्हें शिवली की भनक तक नहीं लग सकी। दो दिन तक दुर्दांत अपराधी वहां छिपा रहा।
कौन कौन मारा गया
फरीदाबाद में गिरफ्तार हुए विकास दुबे के करीबी प्रभात को पुलिस कानपुर ला रही थी तभी बीच रास्ते में प्रभात ने पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। पुलिस ने भी गोली चलाई तो प्रभात घायल हो गया, अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, विकास का दूसरा साथी प्रवीण उर्फ बउवा इटावा में मारा गया। अबतक विकास दुबे के पांच करीबी साथी पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं जबकि दो अन्य साथी दयाशंकर कल्लू और श्यामू वाजपेयी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए साथियों के नाम हैं- प्रेम प्रकाश (विकास दुबे का मामा), अतुल दुबे (विकास दुबे का भतीजा), अमर दुबे (विकास दुबे का राइड हैंड), प्रभात और प्रवीण उर्फ बउवा।
विकास दुबे का मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और अतुल दुबे कानपुर एनकाउंटर के कुछ देर बाद मारे गए
कानपुर एनकाउंटर के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस की बिकरू गांव जंगलों में विकास दुबे के गैंग से मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में पुलिस ने विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और साथ अतुल दुबे को मार गिराया था। इस मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया था कि मुठभेड में ढेर हुए बदमाशों के पास से पुलिस से लूटी गई पिस्टल बरामद की गई, जिससे साफ होता है कि ये बदमाश कानपुर एनकाउंटर के दौरान उपस्थित थे।
हमीरपुर में मारा गया विकास दुबे का खास आदमी अमर दुबे
बुधवार की तड़के सुबह यूपी के हमीरपुर में यूपी एसटीएफ व हमीरपुर पुलिस ने मुठभेड़ में विकाश दुबे का राइड हैंड कहे जाने वाला व सबसे खास आदमी अमर दुबे को मार गिराया गया। इस मुठभेड़ में मौदहा इंस्पेक्टर मनोजशुक्ल व एसटीएफ सिपाही घायल हुए है जिन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अमर विकास के शूटरों में सबसे भरोसेमंद माना जाता था। हमेशा राइफल लेकर विकास के साथ रहता था। बता दें कि अमर दुबे की नौ दिन पहले ही शादी हुई थी।
पुलिस कस्टडी से भाग रहा था प्रभात मिश्रा
कानपुर पुलिस टीम फरीदाबाद में गिरफ्तार विकास दुबे के खास प्रभात मिश्रा को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही थी तभी बीच रास्ते में प्रभात ने पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, इसी दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी कर दी। पुलिस ने भी गोली चलाई तो प्रभात घायल हो गया, अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इटावा में मारा गया प्रवीण उर्फ बउवा
विकास दुबे का एक और करीबी प्रवीण उर्फ बउवा भी इटावा में पुलिस मुठभेड़ के दौरान मारा गया।
पुलिस अफसरों के मुताबिक बिकरू गांव निवासी प्रवीण उर्फ बउवा ने देर रात महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था। उसके साथ तीन और बदमाश थे। पुलिस को लूट की जैसे ही खबर मिली चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया। पुलिस और बउवा के बीच फायरिंग शुरू हो गई। इस फायरिंग के दौरान बउवा को ढेर कर दिया गया। हालांकि उसके तीन साथी भागने में कामयाब रहे।