संगीता चौरसिया की रिपोर्ट
एक बार फिर से चार वर्षीय सृष्टि का नाम सभी जगह छाया जा रहा है।भारतीय संस्कृति में बेटियों को लक्ष्मी का दर्जा दिया जाता हैं।एनआईटी क्षेत्र की जवाहर कॉलोनी में रहने वाली चार साल की सृष्टि गुलाटी ने अपनी प्रतिभा से सार्थक भी किया हैं।सृष्टि का नाम फरीदाबाद की सीमाओं को लांघ कर जीनियस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है।जीनियस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड नाइजीरिया मे है।सृष्टि बिटिया को यह प्रमाण पत्र ईमेल के माध्यम से प्राप्त हुआ है।उन्हें यह उपलब्धि महज चार साल की छोटी सी उम्र में ही सबसे अधिक प्रमाण पत्र एवं अवार्ड जितने पर दिया गया है।इस उम्र में एक बच्चा सिर्फ खेलने के बारे मे सोचता है।
नन्ही सी सृष्टि खेल के क्षेत्र में अपना भविष्य सवारना चाहती है।इसके अलावा सृष्टि ने ओर भी कई अवार्ड अपने नाम किए हैं।ढाई साल पहले शुरू हुआ था सफर।पिता प्रवीण गुलाटी ने बताया कि उन्हें गर्व है कि उन्हें सृष्टि के नाम से जाना जाता हैं।वर्ष 2017 में किड्स केन स्कूल में व्हाट्सएप पिक प्रतियोगिता हुई थी।उसमें इसे फेस ऑफ फरीदाबाद का खिताब दिया गया था।उसके बाद ही इसकी रूचि इस क्षेत्र में बढ़ने लगी।उसे डांस,ड्रॉइंग,पेन्टिंग,फैशन शो,रैंप वॉक,बेबी शो,बेबी ओलंपिक कविता जैसे कार्यकर्मो में कई अवार्ड जीत चुकी है।जिस उम्र में बच्चे ढंग से पेंसिल भी पकड़ नही पाते,उसमें भी दर्जनों अवार्ड ओर कई सारे प्रमाण पत्र हासिल कर बड़ो-बड़ो को हैरान कर दिया है।
सृष्टि बेटी अब तक 120 प्रमाण पत्र,36 अवार्ड ,20 ट्रॉफी ओर 15 पदक जीत चुकी है।सृष्टि बेटी का नाम काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है।सृष्टि बेटी का नाम अभी तक 13 वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया है।बेबी सृष्टि अध्भुत प्रतिभा की धनी वह बालिका है जिसके महज चार वर्ष की आयु में वो कर दिखाया है जो कि किसी भी वयक्ति को करने में एक पूरा जन्म भी कम पड़ जाता है।आज सृष्टि गुलाटी किसी परिचय की मोहताज नही है।सृष्टि बड़ी तेजी से पुरस्कार के पर्वत पर बुलेट की गति से बढ़ रही है।अविश्वसनीय सफलता की यह तो सिर्फ अभी शुरुआत है।सृष्टि के नाम पूरे विश्व मे सबसे कम उम्र में सबसे अधिक प्रमाण पत्र और अवार्ड हासिल (संग्रह) करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है।सृष्टि को माता प्रिया गुलाटी जी बड़ी ही खुश हैं और बड़ा ही गर्व महसूस कर रही हैं।
सृष्टि के पिता परवीन गुलाटी से प्राप्त सूचना पर आधारित तथ्य