एहसान अली की रिपोर्ट
जम्मू-कश्मीर। कश्मीर में मोबाइल फोन सेवाएं तीन दिन तक निलंबित रहने के बाद शुक्रवार रात से बहाल हो गईं। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी रियाज नाइकू की मौत के बाद मोबाइल सेवा रोक दी गई थी। उन्होंने बताया कि सेवाएं बहाल करने का फैसला बेहतर होते हालात को देखते हुए लिया गया। उन्होंने बताया कि मोबाइल इंटरनेट सेवा बहाल करने पर फैसला भी सही समय पर लिया जाएगा।
30 वर्षीय नाइकू साल 2016 में आतंकी पोस्टरब्वॉय बने बुरहान वानी की हत्या के बार सुरक्षा एजेंसियों की रेडार पर प्रमुखता से आया था। उसके ऊपर 12 लाख रुपये का ईनाम रखा गया था। अंवतिपुरा के दरबाग के नाइकू मोहल्ला का रहनेवाले रियाज अहमद को आतंकियों की सूची में ए++ की श्रेणी में रखा गया था। जिसके बाद उसे घाटी के वांछित अपराधियों में शुमार किया जाने लगा।
पिछले साल मई में सब्जार बट की मौत के बाद उसे घाटी के हिज्बुल मुजाहिदीन की जिम्मेदारी दी गई। केन्द्रीय सुरक्षा से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने बताया- “पूरी घाटी में नाइकू को अब हिज्बुल मुजाहिदीन का कमांडर माने जाने लगा। पिछले एक साल में, सुरक्षा एजेंसियों ने उसे कई बार घेरा, लेकिन हर बार वह भागने में कामयाब रहा था।” नाइकू के मारे जाने के बाद सुरक्षा के मद्देनजर कश्मीर में मोबाइल फोन सेवाएं तीन दिन के लिए निलंबित कर दी गई थीं।