शेखर की रिपोर्ट
बोकारो कोरोना काल में कई अभिभावक आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं 2020 में जो कोरोना का लहराया उसे अभी भी अभिभावक उभर नहीं पाए हैं। ऐसे में 2021 में फिर से एक बार यह लहर भयानक रूप लेकर आया है। 2021 में इस बार लोगों की पहले से और भी ज्यादा परेशानी बढ़ गई है ।वही बोकारो के विद्यालय ट्यूशन व अन्य फीस के लिए अभिभावक पर दबाव बना रहे हैं फीस जमा नहीं करने पर विद्यार्थियों का नाम ऑनलाइन कक्षा से हटाया जा रहा है इसे अभिभावक काफी परेशान है बोकारो के अभिभावक को कॉल करके कि फीस मांगा जा रहा है ।इसे अभिभावक को समझ में नहीं आ रहा है। कि करे तो क्या करें। अभिभावक ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से व्यवसाय ठप पड़ी हुई है ।ना तो रेंट देने के लिए पैसा है
और ना तो फिस देने के लिए ।सरकार इस इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है ऐसे में स्कूल प्रबंधक शिक्षकों के द्वारा कॉल करके पैसा मांग रही है वही ट्यूशन के अलावा वार्षिक शुल्क वसूलने के लिए तरह-तरह का हथकंडा अपना रहे हैं सरकार के गाइडलाइन की अनदेखी की जा रही है कुछ विद्यालयों में शिक्षक स्कूल में 20 से 30 परसेंट फ्री में वृद्धि कर दी गई है ।और साथ ही साथ पुस्तकें बदल दी गई है। इसे भी अभिभावकों को परेशानी हुई उन्होंने बोकारो के सभी निजी विद्यालयों में जल्द से जल्द शुल्क निर्धारित समिति का गठन सुनिश्चित करने की मांग की है। फीस जमा नहीं करने पर विद्यार्थी का नाम ऑनलाइन कक्षा से हटाया जाता है। अभिभावक ने कहा कि गर्मी का छुट्टी हो गया है लेकिन फिर भी इसके चलते कुछ स्कूल ऑनलाइन क्लास से करवा रही है बोकारो के अभिभावक हो चाहे पूरे देश की जनता फीस को लेकर परेशानी में है लोगों ने कहा कि गर्मी छुट्टी में ऑनलाइन क्लास नहीं हो रहा है इसको देखते हुए 2 महीने का फीस भी माफ करनी चाहिए।