शेखर की रिपोर्ट
आपको बताते जाएं कि कुछ दिनों पहले तक अनुमंडल में पदस्थापित डॉक्टर विकास पर परिजनों दुवारा संगीन आरोप
लगाया है कि उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने के लिए मृतक के परिजनों से ₹75000 की डिमांड की आरोप लगाने के बाद डॉक्टर विकास ने मीडिया में बयान दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा है। कि उन्हें एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। मृतक के परिवार अपने मुताबिक रिपोर्ट बनवाना चाह रहे थे। यह की बात उन्होंने नहीं मानी उसने करीब 2:15 मिनट की बात में उन्होंने तीन बार कहा कि उन्हें बार-बार फोन किया जा रहा था। फोन कर पैसे का प्रलोभन दिया जा रहा था। एक साजिश रची जा रही थी उन्हें हटाने के लिए डॉक्टर विकास ने अपने बयान में बार-बार कहा कि उन्हें फोन पर पैसे का प्रलोभन दिया जा रहा था लेकिन डॉक्टर साहब यह भूल गए कि आज के हाईटेक फोन के जमाने में झूठ नहीं बोला जा सकता परिजनों के द्वारा जब कॉल रिकॉर्ड निकाला गया तो पता चला कि
जिसमें साफ तौर से देखा जा सकता है कि 17 मई को डॉक्टर विकास ने 10 बार कॉल किया और जिसे मृतक के बेटे ने रिसीव नहीं किया कॉल मिस कॉल तो कर रहा है वहीं 17 मई को ही 9 बार डॉ विकास ने फिर से कॉल किया जिस दौरान डॉक्टर के मृतक के बेटे से बात हऔर कॉल कर करके उसने मृतक के परिजनों से ₹75000 का डिमांड किया उसने साफ कहा है कि 2:00 बजे तुम आना ऑफिस में आना एक बार पनः 18 मई को फिर डॉक्टर विकास ने 7 बार कॉल किया और मृतक के परिजन से बात की बेहद चौकाने और गौर करने वाली बात है कि आखरी एक शव का पोस्टमार्टम करने वाला डॉक्टर मृतक के परिजनों को 2 दिन में 8 से 15 बार क्यों कॉल करता है जाहिर सी बात है वह पैसे का डिमांड कर रहा था इससे पता चलता है कि डॉ विकास खुलेआम मीडिया के सामने झूठ बोलते हैं और वह सरेआम कह रहे हैं कि उन्हें बार-बार फोन कर फंसाने की कोशिश की गई एक साजिश रची गई जबकि वह खुद मृतक के परिजनों को बार-बार फोन कर पैसे की डिमांड कर रहे थे मीडिया से बात करते हुए डॉक्टर साहब शराब के नशे में बयान दे रहे थे जबकि वह ड्यूटी आवर ने मीडिया से मुखातिब थे डॉक्टर विकास के हाव भाव से लग रहा है कि वह नशे में थे हालांकि यह आरोप पुख्ता तौर पर साबित नहीं किया जा सकता कि वह नशे में थे या नहीं
हालांकि इस कॉल डिटेल का पुष्टि नया भारत दर्पण समाचार नहीं करते है।