रांची । झारखंड के रांची सहित अलग-अलग जिलों से मानव तस्करी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। नाबालिगों को अपने जाल में फंसा कर अपराधी अलग-अलग राज्यों तक पहुंचा रहा है। पहले एक राज्य से दूसरे राज्य में भेजने का सिलसिला रेलवे अथवा सड़क मार्ग के जरिए किया जाता था। पुलिस और आरपीएफ की सख्त निगरानी के बाद अपराधियों ने अपना ट्रेंड बदल दिया है। अब सीधे एयरपोर्ट से फ्लाइट के जरिए लोगों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाया जा रहा है।
हाल के दिनों में राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से होकर मानव तस्करी किए जाने के आधे दर्जन से अधिक मामले पुलिस के संज्ञान में आए हैं। बुधवार की रात भी रांची पुलिस ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की दारोगा दुर्गा प्रसाद द्वारा एयरपोर्ट में छापेमारी कर एक मानव तस्कर को दबोचा गया है। जबकि नाबालिग लड़की की रेस्क्यू की गई है। नाबालिग लड़की को रेस्क्यू करते हुए उसे शेल्टर होम में रखा गया है। जबकि आरोपित को कोतवाली थाना स्थित एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में रखा गया है। पकड़ा गया आरोपित का नाम दिनेश पड़वईया है वह पाकुड़ का रहने वाला है।
जानकारी के अनुसार मानव तस्करी का आरोपित दिनेश नाबालिग को अपने गांव की रिश्तेदार बता दिल्ली ले जा रहा था। इसपर एयरपोर्ट में तैनात सीआइएसएफ के पुलिसकर्मियों को शक हुआ। इसके बाद सूचना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को दी गई। इसके बाद एयरपोर्ट में छापेमारी की गई। छापेमारी कर तस्कर को पकड़कर पूछा गया कि बच्ची को लेकर कहां जा रहे हो। इसपर आरोपित ने कहा कि वह अपने गांव की रिश्तेदार के साथ जा रहा है। नाबालिग लड़की से पूछताछ करने पर पता चला कि नौकरी दिलाने के नाम पर उसे दिल्ली ले जा रहा था। जबकि इससे संबंधित उसके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे। प्रशासन को भी सूचित नहीं किया गया था।
तस्करी का नेटवर्क का पता लगा रही पुलिस
पुलिस की ओर से पता लगाया जा रहा है कि पकड़े गए दिनेश किस मानव तस्करी के लिए काम करता है। दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी के नाम पर मानव तस्करी करने वाली किन-किन तस्करों से जुड़ा है। उससे पूछताछ की जा रही है। इधर, बच्ची की बरामदगी की सूचना सीडब्ल्यूसी को दे दिया गया है। गुरुवार को बच्ची को सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। मामले में बच्ची का बयान लेकर एफआइआर दर्ज कर ली गई है।