हेमंत कुमार साहू की रिपोर्ट
रायपुर- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और दुर्ग जिला के बाद बेमेतरा एक नए हाॅट स्पाॅट के तौर पर उभरकर सामने आ गया है। कोरोना की दूसरी लहर का सर्वाधिक असर रायपुर और दुर्ग के बाद कहीं नजर आ रहा है तो वह बेमेतरा ही है। रविवार को बेमेतरा से 487 नए मरीजों के मिलने की पुष्टि की गई। राजधानी में शनिवार को जहां 2200 से ज्यादा मरीज मिले थे, तो रविवार को इसमें कमी आई और 1200 से अधिक नए मरीजों के मिलने की पुष्टि की गई, वहीं दुर्ग में आंकडा 1000 के ईर्द-गिर्द ही बना हुआ है।गौर करने वाली बात यह है कि बेमेतरा से सटे मुंगेली और कवर्धा में स्थिति नियंत्रण में है, वहीं बिलासपुर में हालात बेकाबू नहीं हो रहे हैं। जबकि दूसरी लहर के शुरुआती दौर में मुंगेली ज्यादा संवेदनशील नजर आ रहा था। रविवार को बेमेतरा में कोरोना विस्फोट की वजह समझ से परे है। दो राय नहीं कि बेमेतरा का सीधा संपर्क राजधानी और दुर्ग जिला मुख्यालय से है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में सबसे पहले लाॅक डाउन की घोषणा बेमेतरा कलेक्टर ने ही की है। दोपहर 2 बजे के बाद पूरा शहर लाॅक डाउन में रहता है। वहीं सख्तियों में भी किसी तरह की कमी नहीं की जा रही है। इसके बावजूद बेमेतरा का हाॅट स्पाॅट बनकर उभरना चिंता का विषय बन गया है।
बहरहाल छत्तीसगढ़ में बीता पूरा सप्ताह भयावह स्थिति लेकर आया है, जिसकी वजह से प्रदेश में एकबारगी एक्टिव मरीजों की संख्या 40 हजार के करीब पहुंच चुकी है, जबकि माहभर पहले तक छत्तीसगढ़ में एक्टिव मरीजों की संख्या महज 3 हजार के आसपास ही थी। हालात की संवेदनशीलता को देखते हुए बेपरवाही को छोड़कर कहीं ज्यादा गंभीरता से विचार करने की जरुरत आन पड़ी है।