संजय यादव
बिलासपुर। उन आँखों को गुमान क्या जो किसी के काम न आये
चलो अपनी आँखों से किसी और को भी ये सारा संसार दिखाए…!
हैंड्स ग्रुप के महानतम प्रयास को मिला एक और पायदान 253वां सफल नेत्रदान!
पहला –
अंबा पार्क,लिंगीयाडीह निवासी *इंदरजीत छाबड़ा* जी का 11 जनवरी शनिवार को निधन हो गया। उनके पुत्र आकाश छाबड़ा ने अपने पिता के नेत्रदान की इच्छा जाहिर की, चरणजीत गंभीर जी ने हैंड्स की टीम से सम्पर्क किया । हैंड्स ग्रुप छबड़ा परिवार को इस पुनीत कार्य के लिए नमन करता है ।
दूसरा –
राकेश पारवानी एवं पूरे पारवानी परिवार को नमन एवं साधुवाद।
जिन्होंने अपने पिता *श्री मनोहर लाल पारवानी* *(60 वर्ष)* के दुःखद निधन के बाद इस दुःख की घड़ी में भी
दूसरों के काम आने की विचारधारा को आगे बढ़ाया औऱ दो चुटकी राख हो जाने वाली आँखों से दो अंधेरे जिंदगियों को रोशनी से भर दिया।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को शान्ति एवम अपने श्रीचरणों मे स्थान दे ।
कोटिशः साधुवाद आभार-
सिम्स से डॉ साहिब सिंह धीर,नेत्रदान सलाहकार धर्मेंद्र एवं सिम्स हॉस्पिटल की टीम का जिन्होंने समय में नेत्रदान करवाकर मानवता की मिसाल कायम की।