हरिश साहू की रिपोर्ट
रायपुर। राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर विकासखंड की दादरझोरी पंचायत में शुक्रवार को हुई किसान की मौत के कारणों का पता लगाने आज भाजपा की टीम गांव पहुंची, जांच टीम ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और ग्रामीणों से चर्चा की, यही नहीं भाजपा की टीम उस खेत पर भी पहुंची जहां किसान ने खुदकुशी की थी, जांच टीम तकरीबन 3 घंटे गांव में रुककर विभिन्न माध्यमों से किसान की मौत के असली कारणों का पता लगाने में जुटी रही।
पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू के नेतृत्व में दादरझोरी पहुंची भाजपा जांच टीम ने मृतक किसान की पत्नी और ग्रामीणों से चर्चा करने के बाद बताया की किसान ने इस वर्ष कुल ढाई एकड़ जमीन में धान की फसल लगाई थी जिसमें सवा एकड़ जमीन उसकी खुद की है और सवा एकड़ जमीन उसने रेघ पर ली थी, तनाछेदक बीमारी लगने के कारण उसकी फसल चौपट हो गयी, जिसको देखकर किसान द्रवित हो उठा और आत्मघाती कदम उठाने पर मजबूर हो गया।
जांच समिति ने जानकारी देते हुए बताया की किसान ने सहकारी बैंक से ₹30 हजार का ऋण भी लिया था, इसके अलावा फसल के लिए खाद बीज भी उसने उधारी में ली थी, किसान इस बात को लेकर चिंतित था कि फसल खराब होने के बाद वह कर्ज कैसे चुकाएगा और अपने घर का खर्च कैसे चलाएगा।
जांच टीम के प्रभारी चंद्रशेखर साहू ने इसके लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराया है, उन्होंने कहा कि मृतक किसान सरकारी व्यवस्था का शिकार हुआ है, कीटनाशक दवाइयां फसल की बीमारियों पर असर नहीं कर रही हैं, मार्केट में नकली दवाइयों की सप्लाई धड़ल्ले से हो रही है और सरकार इसको रोकने में नाकाम साबित हो रही है, जिसका खामियाजा किसानों को अपनी जान गंवाकर चुकाना पड़ रहा है।
चंद्रशेखर साहू यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार किसान हितैषी होने का दावा कर रही है, वही दूसरी तरफ किसान जान देने पर मजबूर हो रहे हैं, उन्होंने इसके लिए सरकार की नीतियों को ही जिम्मेदार ठहराया हैं, उन्होंने बताया कि गांव पहुंचकर तैयार की गई जांच रिपोर्ट को वे पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को सौपेंगे।