रेशम वर्मा की रिपोर्ट
बलौदाबाजार, लवन। आज़ादी के 74 साल व ग्राम पंचायत कोरदा में पांच पंचवर्षीय बीत जाने के बाउजूद भी बलौदाबाजार विकासखंड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत कोरदा के मंजरापारा टोला बस्ती में सीसी रोड नहीं बन पाई है। कितने सरपंचों का कार्यकाल बीते, शासन प्रशासन भी बदलते रहे पर कोरदा गांव के इस मोहल्ले की स्थिति नहीं सुधर पाई। लोग आज भी 3 फिट तक गहरे पानी को लांघकर गिरते पड़ते घर पहुंचते है। बीते दिनों हुई बारिश से इस मोहल्ले में तालाब नुमा पानी भर गया है। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है।
साल के 6 माह तक मोहल्ले के लोगों का आना जाना दूभर।
क्षेत्र में ऐसे कई गांव है जंहा की कच्ची सड़के बारिश के सीजन में लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है। ऐसा ही एक गांव कोरदा है जहा पर मंजरापाराटोला मोहल्ला है, जिसकी सड़क बारिश के सीजन में 3 से 4 फीट तक गहरा पानी तालाब की तरह भरा रहता है। साल के 6 माह तक इस मोहल्ले में लोगों का आना-जाना दुभर हो जाता है। सबसे ज्यादा मुसीबत प्रसूता और बीमारों को होती है, क्योंकि उनकी मदद के लिए एंबुलेंस तक नहीं पहुंच पाती है। मोहल्ले में तालाबनुमा पानी भरे होने की वजह से मोहल्लेवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उक्त समस्या को लेकर ग्रामीण कई बार शासन-प्रशासन, विधायक, मंत्री तक गुहार लगा चुके है फिर भी वार्ड के लोगों को सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा है। इसके चलते लोगों में आक्रोश व्याप्त है। स्वीकृति नहीं मिलने की वजह आधी बस्ती तक सीसी रोड निर्माण अधूरा ।
गौरतलब है कि गांव के मुख्य गली से लेकर जोलरिया तालाब 800 मीटर लंबा रोड बनना था। इस पर मात्र 400 मीटर तक ही पूर्व विधायक व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल की अनुशंसा पर बना है। शेष 400 मीटर आधी बस्ती तक शासन से स्वीकृति नहीं मिलने की वजह से सीसी रोड का निर्माण नहीं हो पाया है।
दूसरों के घर रखनी पड़ती है साइकिल और बाइक मंजरापाराटोला में निवासरत सभी पुरूष वर्ग को दैनिक आवश्यकतों की पूर्ति के लिए इधर-उधर जाने के लिए साइकिल, मोटर साइकिल की आवश्यकता पड़ती है, उसे भी अपने घर नहीं ले जा सकते। बाइक, साइकिल को अपने रिश्तेदारों या खास पहचान के लोगों के घर रखना पड़ता है। जिनके पास रखने का जगह नहीं है, वह पानी भरे रोड पर ही रखते है।
स्कूली छात्रों को उठानी पड़ती है भारी परेशानी
स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों को इस गहरे पानी से होकर जाना पड़ता है। छोटे-छोटे स्कूली बच्चों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। मार्ग की समस्या को लेकर पूर्ववर्ती सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक 2017 व 2018 में लोक सुराज में भी ग्रामीणों ने आवेदन किया था। जिसके बाद भी ग्रामीणों को आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है। फिलहाल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है, और कसडोल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की विधायक है। कांग्रेस की सरकार व विधायक तथा शासन प्रशासन से ग्रामीणों ने उक्त मार्ग की समस्या को हल करने की ग्रामीणों ने मांग की है।
बरसात के बाद उबड़ खाबड़ रोड से लोग होते है परेशान
जून से दिसंबर तक उक्त मोहल्ले में बारिश का पानी जमा रहता है, यह स्थिति दिसम्बर के अंत तक बनी रहती है। वही बरसात का मौसम खत्म होने के बाद समस्या खत्म नहीं होती है। उक्त मार्ग से पानी सुखने के बाद मार्ग उबड़-खाबड़ हो जाता है। इससे मोहल्लेवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मोहल्ले वासी उक्त मार्ग को लेकर सरपंच, विधायक, मंत्री तक गुहार लगाकर थक हार चुके है, फिर भी समस्या का अभी तक हल नहीं हो पाया है। उक्त वार्ड के मोहल्लेवासी पूरे बरसात भर नारकीय जीवन जीने को मजबूर है।