शेखर की रिपोर्ट
पिछले कई सालों से कोरोना को लेकर पूरे भारतवर्ष से सरकार इस महामारी से लड़ने के लिए जद्दोजहद कर रही है तो वहीं आज बोकारो में कोरोना को लेकर एक अजीब घटना देखने को मिला दरअसल घटना बोकारो जनरल अस्पताल की है शनिवार को एक कोरोना पॉजिटिव जनरल अस्पताल से भाग निकला और वह करोड़ों पर फोन पर बात करने लगा इसे देखकर अगल बगल वाले लोग और शहरों में खलबली सी मच गई वही लोगों ने तुरंत कोना वार्ड के गार्ड को सूचना दी और तुरंत इस को पकड़ने के लिए जद्दोजहद करने लगे मगर फिर भी वह नहीं माना। को बताते आपको बताते चाहे कि बीजेपी के गार्ड ने सेक्टर 9 वाले रास्ते के पास गार्ड ने उसे रोका गांड और वहां के लोगों को लोगों ने समझाने बुझाने का बहुत कोशिश किया फिर भी वह वापस लौटने को तैयार नहीं था जिसके चलते उस रोड में अफरा-तफरी मचने के चलते उस रोड को कुछ देर के लिए डायवर्ट कर दिया गया और चारों ओर से घेराबंदी कर दिया तभी मरीज अपना चेहरे से मांस को हटाकर रोड पर बैठ गया और मोबाइल पर किसी से बात करने लगा जनाब मिलते ही जिला स्वास्थ्य के द्वारा 108 नंबर का एंबुलेंस भेजा गया जिसके बाद उसे काफी समझाने के बाद पुनः बोकारो जनरल अस्पताल में लाया गया आपको बताते जाएगी जहां बोकारो शहर में अभी चार कोरोना पॉजिटिव मौजूद है उसी में से एक कोरोना पॉजिटिव पेशेंट भाग निकला था बीएसएल यह सेल में कार्य करता है वह कोल्ड रोलिंग में काम करता है उसने बताया कि बोकारो जनरल अस्पताल की जर्जर व्यवस्था के चलते वह भाग निकला था उसने बोकारो जनरल अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल भी उठाया और कहा कि इस से अच्छा है कि रोड पर ही मैं रहूं वही बोकारो जेनरल अस्पताल ने बताया कि यहां की कोई भी लापरवाही नहीं है उन्होंने कहा कि बोकारो जनरल अस्पताल का कोविड वार्ड से वह निकला तो था मगर उसे गार्ड के द्वारा गेट पर ही रोक दिया गया ऐसे में सवाल यह उठता है कि बोकारो जनरल अस्पताल की गलती है या व प्रशासन की इतने बड़े पेशेंट बोकारो जनरल अस्पताल से आखिर निकाला तो कैसे निकला गया उस वार्ड के गार्ड और नर्सेज सब कहां थी जब वह मरीज गेट से बाहर निकला था तब