राजाकुमार की रिपोर्ट
सिकरहना। संविधान बचाओ संघर्ष मोर्चा द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (CAA), प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पणजी (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या पणजी (NPR)के विरोध में आयोजित अनिश्चितकालीन धरने का 13 वां दिन है। आज के दिन का आरम्भ महिलाओं द्वारा राष्ट्रगाण से किया गया और पुलवामा के शहीदों की शायद को याद किया गया वहीं सामूहिक रूप से संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई और क्रान्तिकारी नारे भी लगाए गए। आज का संचालन राजेश कुमार राम ने किया।
धरने को संबोधित करते हुए इमारत- ए – शरीया बिहार, व झारखंड के प्रभारी सचिव मौलाना शिबली कासमी ने कहा कि CAA के माध्यम से नागरिकता छीन कर शरणार्थी बनाने की साजिश है।
हमारे देश में 30 करोड़ लोग बे घर है वह अपना कागजात कहां से लाएंगे, आज सड़क पर आई देश की करोड़ों महिलाओं का कोई ख्याल सरकार को नहीं है, दुनिया भर में देश की जो फजीहत हो रही है उसकी जिम्मेवार यह सरकार है। हमारी लड़ाई किसी जात, धर्म या पार्टी से नहीं बल्कि बांटने वाली विचारधारा से है।
बामसेफ के बिहार के संयोजक राम लगन ऋषियासन ने कहा कि मूल निवासीयों ने ठान लिया है कि भारत के हर गांव में शाहीन बाग़ बनेगा जब तक यह काला कानून वापस नहीं होता, सरकार अब अपना कदम पीछे हटाने पर विवश हो रही है।
बहुजन मुक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री वी० एल ० मातंग ने कहा कि 20 तारीख को लखनउ में मूल निवासियों की बैठक होगी जिसमें सरकार को इस काला कानून CAA को वापस लेने के लिए विवश कर देंगे। मनुवादी आज भी नहीं चाहते की इस देश में लोकतंत्र कायम रहे, इस्लाम की बुनियाद समानता पर है लेकिन सत्ता में शामिल कुछ लोग इस्लाम और मुस्लिमों को बदनाम करते हैं। इस देश के साथ अब खिलवाड़ नहीं होने देंगे, चाहे देश की हिफाज़त के लिए हमे अपना सर कटवाना हो तो भी तैयार हैं।
अन्य वक्ताओं ने भी NRC,NPR/NRC के बारे में विस्तार से अपनी बातें रखी। जिनमे सरोज पासवान, बहुजन मुक्ति मोर्चा के जिला संयोजक बबलू यादव, जमीयत उलेमा के जिला सचिव मौलाना जावेद आलम कासमी, अशोक राम, फौजिया रहमानी, शोहदा खातून, नहिदा प्रवीण, गुफराना खातून, ज़ेबा प्रवीण, सबिहा नाज, सोमैया यास्मीन ज्या आदि ने धरने को संबोधित किया।