विशेष संवाददाता की रिपोर्ट
पटना। राज्य में बरखास्त किए गए कंप्यूटर शिक्षकों का धैर्य अब अपनी सहनशीलता खोता जा रहा है। संघ के मीडिया प्रभारी रूपेश कुमार ने बताया हम 1832 कंप्यूटर शिक्षकों की बहाली 2008 , 2010, 2012 में बिहार सरकार के उपक्रम बेल्ट्रॉन तथा बिहार आधारभूत संरचना विकास निगम के आउटसोर्सिंग एजेंसियों से हुई थी। सभी को 5 सितंबर शिक्षक दिवस 2017 को सेवा से बाहर कर दिया गया। सेवा के दौरान सामान्य शिक्षक के सभी कार्य सरकार द्वारा करवाए गए जैसे पढ़ाने के अलावा विद्यालय संबंधित ऑनलाइन कार्य , बोर्ड तथा इंटर के परीक्षार्थियों की रजिस्ट्रेशन तथा फॉर्म भरना, चुनाव कार्य, कॉपी जांच कार्य, जनगणना कार्य, वीक्षण कार्य अन्य। लगभग 8 से 10 साल जो जीवन का बहुमूल्य समय होता है वह हमने बिहार सरकार के शिक्षा विभाग को समर्पित कर दिया परंतु इस वैश्विक महामारी कोरोना में आज हमारी दुर्दशा यह है कि हम और हमारा परिवार भूखे मरने के कगार पर है। हमने लगभग 930 दिन धरना स्थल ,गर्दनीबाग ,पटना में धरना दिया बाद में सरकार के द्वारा डीएम के माध्यम से हमारे धरने के परमिशन को रिजेक्ट करते हुए हमें धरना देने से भी रोका गया। विधान सभा तथा विधान परिषद के सदन में लगभग 100 की संख्या में विधायकों तथा विधान पार्षदों ने हम कंप्यूटर शिक्षकों की मांग को उठाया जिसमें माननीय शिक्षा मंत्री के तरफ से जवाब भी आया कि इन आंदोलनरत कंप्यूटर शिक्षकों को हम पुनर बहाल करेंगे परंतु धरातल पर इसके लिए कोई काम नहीं हुआ।
कंप्यूटर शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग द्वारा फाइल की बनाई गई बाद में उस फाइल को डंप कर दिया गया। शिक्षा विभाग द्वारा एचटीईटी 2019 की परीक्षा आयोजित की गई जिसमें कंप्यूटर विषय के लिए 1673 सीटों का सृजन किया गया परंतु पूर्व से अनुभव प्राप्त कंप्यूटर शिक्षकों को इसमें कोई लाभ नहीं दिया गया। जबकि बिहार तकनीकी सेवा आयोग द्वारा आयोजित कनीय अभियंताओं के परीक्षा में पूर्व से संविदा पर बहाल कनीय अभियंताओं को 5 अंक प्रतिवर्ष अधिकतम 25 अंक अनुभव का लाभ दिया गया साथ ही अमीन की बहाली की परीक्षा में भी पूर्व से संविदा पर कार्यरत अमीनो को 5 अंक प्रति वर्ष अधिकतम अधिमानता 25 अंक अनुभव का लाभ दिया गया। माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा भी हम कंप्यूटर शिक्षकों को बहाल करने के निर्देश खुले मंच से दिए गए पर शिक्षा विभाग इसकी अनदेखी करता रहा। आज जबकि बिहार के सभी माध्यमिक उच्च माध्यमिक विद्यालय बंद है विद्यार्थियों के पठन-पाठन का कार्य ऑनलाइन कराने की बात सरकार के द्वारा की जा रही है परंतु ऑनलाइन वर्ग संचालन में शिक्षा विभाग असमर्थ है जिसके कारण पटना दूरदर्शन से क्लास चलाने की बात कही जा रही है। पर सभी विषयों के निश्चित समय होने के कारण सभी छात्र-छात्राओं तक यह शिक्षा प्राप्त नहीं हो पा रही है और विद्यार्थियों को लाभ नहीं पहुंच पा रहा है।
बिहार कंप्यूटर शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री को यह पत्र लिखकर ई-मेल द्वारा प्रस्ताव भेजा गया है कि हम 1832 कंप्यूटर शिक्षक एक वैश्विक महामारी कोरोना में निः शुल्क ऑनलाइन वर्ग संचालन सफलतापूर्वक कर सकते हैं और उस वर्ग संचालन को छात्र जब चाहे तब देख कर उसका लाभ उठा सकते हैं। परंतु बिहार सरकार के तरफ से कोई जवाब नहीं आया है शायद छात्रों के पठन-पाठन को लेकर सरकार उदासीन है।
बिहार कंप्यूटर शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की राज्य स्तरीय बैठक में माननीय मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कंप्यूटर शिक्षकों को पुनर्बहाल करने की गुहार पर चर्चा की गई। महासचिव विनोद कुमार सिन्हा ने बैठक में यह जानकारी दी कि माननीय मुख्यमंत्री को संघ के द्वारा पत्र लिखा गया है जिसमें कहा गया है कि इस कोरोना काल से पूर्व हमारी स्थिति दयनीय थी और इस कोरोना काल में हम सभी कंप्यूटर शिक्षकों की स्थिति मरणासन्न अवस्था समान हो गई।
जहां एक तरफ माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा बाहर से आए युवाओं को रोजगार देने की बात कही जा रही है वहीं दूसरी ओर उनकी सरकार में ही वैसे युवा जो बिहार में रहकर बिहार के माध्यमिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर की शिक्षा दे रहे थे उनका रोजगार छीन लिया गया। इस पर बुरी बात यह है कि इन्हीं युवा कंप्यूटर शिक्षकों ने 3 सालों तक इन्हीं माननीय मुख्यमंत्री के सामने धरना प्रदर्शन अनुनय- विनय इत्यादि करके अपने रोजगार को पुनः मांगा परंतु सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। जबकि पूरे प्रदेश में कंप्यूटर शिक्षक नहीं है और कंप्यूटर शिक्षा प्रभावित हो रही है ।
इस कोरोना काल में सभी विद्यालय बंद हैं और छात्र-छात्राओं की पढ़ाई ऑनलाइन कराने की बात की जा रही है पर यह कतई सफल होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है । अतः संघ पुनः एक बार माननीय मुख्यमंत्री महोदय से प्रार्थना के साथ अपील करता है कि कंप्यूटर शिक्षकों को जल्द से जल्द बिहार के माध्यमिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बहाल करें ताकि राज्य के गरीब छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन में कंप्यूटर शिक्षकों की मदद ली जा सके। मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अविंद्र प्रसाद, , प्रदेश कोषाध्यक्ष सौरभ कुमार सिंह के अलावे विभिन्न जिला अध्यक्ष श्री शैलेंद्र कुमार सिंह, संतोष कुमार झा, सूर्यप्रकाश तरुण, अरुण कुमार वर्मा, प्रीति कुमारी, श्री नित्यानंद कुमार सिंह, विकास कुमार सिंह, मोहम्मद नूर आलम, सौरभ मरीक सहित वरिष्ठ सदस्य सूरज कुमार, दिव्य प्रकाश सिंह पुनीत पल्लव, रूपेश कुमार सिंह प्रकाश कुमार, दिनेश ठाकुर ,सोनाक्षी कुमारी, प्रियंका शुक्ला त्रिपाठी, पूर्णिमा कुमारी, प्रिंस कुमार सिंह इत्यादि विभिन्न शिक्षक गण उपस्थित थे।