प्रशांत झा की रिपोर्ट
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही महागठबंधन टूट गया है। जीतन राम मांझी की हिंदोस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने महागठबंधन से अलग होने का फैसला किया है। गुरुवार को पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया है। चर्चा है कि महागठबंधन से अलग होने के बाद जीतन राम मांझी फिर से एनडीए में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के बाद हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने पत्रकारों को महागठबंधन से अलग होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में निरंतर उपेक्षा और समन्वय समिति का गठन करने की बात नहीं माने जाने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी और कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है। रिजवान ने बताया कि किसी अन्य गठबंधन में जाने के संबंध में अगले दो-तीन दिनों में ही निर्णय लिया जाएगा।
फिलहाल अभी यह तय नहीं किया गया है कि आखिर मांझी कहां जाएंगे। वहीं चर्चा है कि मांझी फिर से एनडीए में घर वापसी कर सकते हैं। उनकी जदयू के नेताओं से इस मामले में बातचीत भी हो चुकी है। चर्चा थी कि महागठबंधन से अलग होने के बाद मांझी की पार्टी का जदयू में विलय होगा। हालांकि हिंदोस्तानी आवाम मोर्चा के अंदरूनी सूत्रों ने दोबारा यह साफ कर दिया है कि जदयू के साथ पार्टी का विलय नहीं होगा। कई कार्यकर्ताओं की आशंकाओं को पार्टी नेतृत्व ने सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि पार्टी को समाप्त नहीं किया जाएगा। गठबंधन के बाद ही सीट शेयरिंग की बात की जाएगी। वैसे 16 विधानसभा सीटों पर पार्टी ने पूरी तैयारी रखी है। बताया जा रहा है कि गठबंधन होता है, तो पार्टी जदयू से इतनी ही सीटों की मांग भी करेगी।
लालू के समधी संग तीन विधायकों ने छोड़ी राजद
पटना – बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनेताओं का दलबदल करने का मामला बढ़ता जा रहा है। लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय राष्ट्रीय जनता दल छोड़कर जदयू में शामिल हो गए है। चंद्रिका राय के साथ राजद के दो और विधायक जदयू में शामिल हुए हैं। ये फराज फातमी और जयवर्धन यादव हैं। मीडिया के एक सवाल पर अपनी पुत्री ऐश्वर्या राय के भी चुनाव लड़ने का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि 25 साल का कोई भी जो पागल नहीं है, चुनाव लड़ सकता है। चंद्रिका राय छपरा के परसा विधानसभा सीट से विधायक हैं। बता दें कि बीते दिनों में तेज प्रताप यादव और उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के बीच रिश्ते बेहद खराब हो गए थे, जिसके बाद चंद्रिका राय ने राजद छोड़ दी।