इस बार मानसून उत्तरी भारत के लिए आफत बन चुका है। हिमाचल और उत्तराखंड से लेकर दिल्ली-एनसीआर में मानसून कहर बरसा रहा है और भारी बारिश के कारण अब तक 19 लोगों की मौत भी हो चुकी है। देश की राजधानी दिल्ली भी बारिश के कारण डूब गई है। वहीं कनॉट प्लेस से लेकर मिंटो ब्रिज तक जलभराव देखने को मिला है।
प्रगति मैदान टनल को भारी बारिश के कारण बंद कर दिया गया है और सोमवार को स्कूलों की भी छुट्टी कर दी गई थी। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच चुका है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ नियंत्रण विभाग और सिंचाई विभाग समेत अन्य मंत्री और विभागों के साथ हाईलेवल मीटिंग की है। दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बोला है कि हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना में जलस्तर तेजी से ऊपर भी जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि कल तक यमुना का जलस्तर 204 मीटर को पार कर लेगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर यह लेवल 205 मीटर को पार करता है तो लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रेस्क्यू किया जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री ने सभी विभागों के साथ आपातकालीन बैठक बुलाई है और सभी अधिकारियों की छुट्टी भी रद्द कर दी गई है।