खबर साभार
निर्भया के गुनहगार फांसी से बचने के लिए हर रोज नए पैंतरे अपना रहे हैं. अब दोषी विनय शर्मा की ओर से उसके वकील एपी सिंह ने याचिका दाखिल की है. इस याचिका में विनय की मानसिक स्थिति को खराब बताते हुए उसका इलाज कराने की मांग की गई है.
अपनी अर्जी में कहा गया है कि विनय शर्मा चोट लगने के बाद अपनी मां तक को नहीं पहचान पा रहा है. वकील की तरफ से कहा गया है कि उसे गंभीर मानसिक बीमारी सिजोफ्रेनिया हो सकती है. ऐसे में उसका मेडिकल चेक अप करवाया जाए और उसकी रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल हो.
कोर्ट ने दिया मेडिकल ट्रीटमेंट का आदेश
इस याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट ने तिहाड़ जेल को कहा कि दोषी विनय का ट्रीटमेंट कराया जाए. कोर्ट ने तिहाड़ जेल को निर्देश दिया है कि वो दोषी विनय शर्मा का इलाज कराए. कोर्ट ने कहा है कि शनिवार को इस मामले में वो दोबारा सुनवाई करेंगे.
जेल में खुद को चोटिल करने की कोशिश
16 फरवरी को विनय ने तिहाड़ जेल में अपना सिर दीवार पर मार दिया था. इस कारण वह चोटिल हो गया था. हालांकि, उसको मामूली चोट आई थी.
दिलचस्प यह भी है कि अभी 2 दिन पहले विनय ने लीगल सर्विस से मिले वकील रवि काजी से तिहाड़ जेल में मिलने से भी इनकार कर दिया था. विनय ने जेल के लोगों के माध्यम से ही कहलवा दिया था कि वह रवि काजी को अपना वकील नहीं रखना चाहता.
आज खुद एपी सिंह ने दायर की याचिका
पिछले हफ्ते तक विनय ने एपी सिंह को बदलने की बात कही थी और आज खुद एपी सिंह ने ही पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी लगाई है. यानी 3 मार्च को होने वाली फांसी की सजा को टालने के लिए लगातार दोषी और उनके वकील नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं.
निर्भया गैंगरेप मामले में दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाने के लिए नया डेथ वारंट जारी हो चुका है. कोर्ट ने फांसी के लिए 3 मार्च का दिन तय किया है. हालांकि मामले में निर्भया के दोषी फांसी से बचने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाने पर उतर आए हैं. अब दोषी विनय ने खुद को घायल कर लिया है.
तिहाड़ जेल के अधिकारियों के मुताबिक 2012 के दिल्ली गैंगरेप मामले में दोषी विनय कुमार ने खुद को चोटिल पहुंचाने की कोशिश की थी. विनय कुमार ने खुद का सिर दीवार पर दे मारा. 16 फरवरी को हुई इस घटना में विनय को कुछ हल्की चोटें भी आई हैं.
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में वकील एपी सिंह का कहना है कि नया डेथ वारंट जारी होने के बाद से विनय की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. उसने अपनी मां को भी पहचानने से मना कर दिया. हालांकि जेल अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया और कहा कि विनय की हालत ठीक है.
टाली जा सकती है फांसी
सूत्रों के मुताबिक फांसी की सजा पाए दोषी कई बार हिंसक बर्ताव पर उतर जाते हैं. ऐसे में अगर दोषी को चोट पहुंचती है तो फांसी को कुछ वक्त के लिए और टाला जा सकता है. जेल अधिकारियों का कहना है कि दोषी अगर घायल हो जाता है या उसके वजन में कमी आती है तो ठीक होने तक फांसी को टाला जा सकता है.
वहीं निर्भया दुष्कर्म मामले के दोषियों को तीन मार्च सुबह छह बजे फांसी दी जाएगी. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेद्र राणा ने नया डेथ वारंट जारी किए जाने की मांग वाली याचिका पर यह आदेश दिया. इस मामले में मुकेश कुमार सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय कुमार शर्मा (26) और अक्षय कुमार (31) दोषी हैं.