सौरभ गुप्ता
77 साल की उम्र में आसाराम को उम्रकैद हुई थी। 15-16 अगस्त, 2013 के बीच की रात जोधपुर के आश्रम में उसने एक 16 साल की नाबालिग लड़की के साथ गलत किया था। उसने लड़की को धमकाकर तब तो मुंह बंद करा दिया। मगर जब उसने मुंह खोला, तब आसाराम की सारी पहुंच, उसका सारा पैसा धरा का धरा रह गया।देश के बड़े-बड़े वकील भी उसे नहीं बचा सके।
जानिये उसकी कहानी:तब मै क्लास 12वीं में बापू के गुरुकुल(मध्यप्रदेश) पढ़ती थी।अचानक एक दिन मुझे चक्कर आए, तो मेरी हॉस्टल वॉर्डन शिल्पी ने मुझे बताया कि मेरे ऊपर भूत-प्रेतों का साया है। उसने बताया कि आसाराम बापू मुझे सही कर देंगे। शिल्पी ने मेरे पिता जी से कहा कि बापू जहां भी हैं, मुझे जल्दी उनके पास लेकर जाओ। तब पापा ने पता किया कि बापू कहां हैं। पता चला कि वो दिल्ली आएंगे।वोलोग भी दिल्ली पहुच गए तो पता लगा चला कि वो जोधपुर (राजस्थान) में हैं। तब शिवा, जो बापू की सेवा में रहता है, उसने मुझसे कहा तुम जल्दी जोधपुर आ जाओ।
हम जब वहां पहुंचे, तो गेट बंद था और सब साधक बाहर खड़े थे।तब पापा ने फोन पर शिवा से बात की। उन्होंने गेट खुलवा दिया।वो लोग अंदर गए, तो बापू कुर्सी पर बैठकर सत्संग कर रहे थे। हम लोग भी वहां जाकर बैठ गए। कुछ देर बाद बाबू ने पूछा कि तुम कहां से आए हो। मैंने बताया कि वह गुरुकुल में पढ़ती हूं।तो उन्होंने कहा कि वो उसका भूत निकालेंगे।
हमलोग वहाँ रुक गए। फिर दुसरे दिन बापू ने हमलोगों को अपने कुटिया में बुलाया और मेरे माता पिता से कहा कि तुमलोग यहाँ से चले जायो।पिता जी तो चले गए मगर मेरी माँ बैठी रही। बापू के कमरा बन्द करके उसके साथ गलत किया और धमकी दी अगर मैं किसी को बताएगी तो मेरे माता पिता को मरवा देगे। दूसरे दिन बापू दिल्ली निकलने से पहले मेरे पिता से कहा मुझे जोधपुर को भेज दे 7,8 दिन का अनुष्ठान करेगी सही हो जाएगी। मैं घर आई और सारी बात अपने माता पिता को बता दी।
तो दोस्तो ऐसे पाखण्डी बाबा के साथ क्या करना चाहिए, कमेंट करके अवश्य बताएं।