भाजपा नेता सह ठीकेदार को गोली मारने वाला सामू यादव इतना शातिर होगा, पुलिस सोच भी नही पाई थी। उसे गया पुलिस खोजती रही और वह नाटकीय अंदाज में रेल पुलिस के हाथों गिरफ्तार हो गया। वह भी पूरे शातिराना अंदाज में। एक बोतल शराब ली और खुद पुलिस के पास पहुंचकर कहा-साहब शराब है। गिरफ्तारी मंगलवार देर शाम हुई। अब पुलिस इस शाति को रिमांड पर लेगी। इसकी तैयारी की जा रही है।
ठीकेदार को 17 फरवरी को मारी थी गोली
मालूम हो कि रामपुर थाना क्षेत्र के एपी कॉलोनी में ठीकेदार संजीव कुमार एक घर बनवा रहे थे। संजीव भारतीय जनता युवा मोर्चा दक्षिणी मंडल के कार्यकर्ता भी हैं। आरोप है कि उनसे पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। नहीं देने पर 17 फरवरी को श्याम सुंदर उर्फ सामू यादव ने गोली मार दी थी। घटना के बाद पुलिस हरकत में आई। लेकिन सामू चूहा-बिल्ली का खेल खेलता रहा। तब सोमवार को पुलिस ने उसके घर पर इश्तेहार चिपका दिया।
पुलिस के पास पहुंचा और कहा-साहब, मेरे पास शराब है
लेकिन मंगलवार को भी जब सामू यादव ने आत्मसमर्पण नहीं किया तो पुलिस उसके घर की कुर्की-जब्ती की तैयारी में जुट गई। लेकिन मंगलवार की शाम ही शातिर सामू गया रेलवे स्टेशन पर एक बोतल शराब के साथ पहुंच गया। खुद पुलिस के पास पहुंचकर अपने पास शराब होने की जानकारी दी। जीआरपी ने उसे गिरफ्तार कर शेरघाटी जेल भेज दिया। इधर देर शाम तक पुलिस उसकी टोह में छापेमारी करती रही तथा वारंट के लिए कोर्ट के चक्कर काटती रह गई। जब तक जिला पुलिस को उसके चाल की भनक लगी, वह शेरघाटी जेल पहुंच चुका था।
नाम बदलकर जेल पहुंचने की चालाकी नहीं आएगी काम
एसएसपी आदित्य कुमार ने बताया कि सामू यादव ने चालाकी से एक शराब की बोतल के साथ खुद को गिरफ्तार करवा लिया। रेल पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। उन्होंने कहा कि सामू यादव मंगलवार की रात शेरघाटी जेल भेजा गया है। लेकिन पुलिस ने उसकी पहचान कर ली है कि वही श्याम सुंदर उर्फ सामू यादव है। शीघ्र ही उसे रिमांड पर लिया जाएगा। नाम बदलकर जेल जाने वाले आरोपित कानूनी शिकंजा से बच नहीं पाएगा। पुलिस की कोशिश रहेगी, नाम बदलने वाले आरोपित को न्यायालय से जमानत नहीं मिले।