कृष्ण कुमार यादव की रिपोर्ट
गोरखपुर। कोरोना को रोकने के लिए भारत सरकार ने कई तरह की सावधानिया बरत रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में लॉकडाउन का ऐलान भी किया था लेकिन इस सब सावधानियों के बावजूद भी देश में कोराना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 1300 से ज्यादा हो चुकी है। वहीं इसकी वजह से अब तक 35 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इसी बीच बुधवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से पहली मौत हुई है। यह घटना गोरखपुर जिले में हुई है जहां एक 25 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव था।
इतनी कम उम्र में कोरोना की वजह से मौत का यह देश में पहला मामला है। इससे पहले बिहार में एक 38 साल के व्यक्ति की कोरोना ने जान ली थी। अब तक यह माना जा रहा था कि कोरोना वायरस से सबसे अधिक खतरा बुजुर्गों को, श्वास संबंधी रोग से ग्रसित मरीजों को, किडनी के मरीजों या कमजोर इम्यूनिटी वालों को है। गोरखपुर में पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत होने से शहर में हड़कंप मच गया है। यह युवक बस्ती जिले का रहवासी था। मरीज की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कोरोना संक्रमण बताया गया है। प्रशासन ने एहतियातन बस्ती में उसके घर और आसपास के इलाके को पूरी तरह से आइसोलेट कर दिया है।
इससे पहले 23 मार्च को बिहार की राजधानी पटना के एम्स में कोरोना संक्रमित 38 साल के व्यक्ति की मौत हो गई थी। कोरोना का शिकार हुआ सैफ अली खान कतर से लौटा था और मुंगेर जिले का रहने वाला था। उसकी मौत की सूचना मिलने के बाद पटना से लेकर मुंगेर तक में चौकसी बढ़ा दी गई थी। सैफ की यात्रा से लेकर उसके संपर्क में आए लोगों की जांच की गई ताकि उनका परीक्षण किया जा सके।