सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। प्रदेश में दिन-रात का तापमान अभी सामान्य से कम बना हुआ है। अब फिर से उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ने वाल है। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में 5 मई तक भारी बारिश और तेज आंधी का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने लोगों से घरों पर ही सुरक्षित रहने के लिए अपील की है।
चार और पांच मई को मेरठ सहित वेस्ट यूपी में तेज आंधी-बारिश के आसार हैं। इससे पहले भी छुटपुट बारिश का सिलसिला चलेगा। इससे दिन-रात के तापमान में व्यापक गिरावट होगी। वहीं, आगरा के अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगेंद्र कुमार ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए जिले में अलर्ट जारी किया गया है। सभी लोगों से अनुरोध किया गया है कि वह 5 मई तक ज्यादा एहतियात बरतें। जिन लोगों के पास की व्यवस्था नहीं है वह नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत के रैन बसेरों में शरण ले सकते हैं। इस संबंध में सभी अधिकारियों को निर्दश जारी कर दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इस दौरान बिजली के उपकरणों को न छुएं और रोशनी के लिए टॉर्च आदि का इंतजाम करके रखें। तेज आंधी के कारण बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है।
आंधी-बारिश के कहर से तीन लोगों की मौत
शुक्रवार को बीते 24 घंटों के दौरान बलरामपुर, गोण्डा, बहराइच, श्रावस्ती, अमेठी, सुलतानपुर और बराबंकी में आंधी और बारिश ने कहर बरपाया। इस दैवीय प्रकोप ने बाराबंकी में दो और अमेठी में एक व्यक्ति की जान ले ली। बहराइच में आकाशीय बिजली की तेज कड़क से एक शख्स की आवाज चली गई। इसका इलाज चल रहा है।
बाराबंकी में शुक्रवार तड़के आंधी पानी भी कारण के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दीवार गिरने की घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई। मौके पर पहुंचे तहसील प्रशासन में जांच-पड़ताल कर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए रिपोर्ट भेजी है। एक घटना रामनगर थाना क्षेत्र के ग्राम सेमराय में हुई जहां पक्की दीवार के नीचे दबकर युवती की मौत हो गई। वहीं घुंघटेर क्षेत्र में एक भट्ठे पर लगी ईंटों की दीवार ढहने से नीचे दबकर मजदूर की मौत हो गई।
उधर, अमेठी में शुक्रवार सुबह सेनिपुर सराय बरवंड गांव निवासी राम आशीष पुत्र राम पाल यादव (35) के मकान की कच्ची दीवार अचानक गिर गयी। पास बैठा युवक राम आशीष दब गया। परिजनों के शोर मचाने पर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने दीवार का मलवा हटाकर युवक को बाहर निकाला। उसे अस्पताल ले जाने की व्यवस्था कर रहे थे। इसी दौरान उसकी मौत हो गई।
वहीं, गोण्डा में आकाशीय बिजली गिरने से एक बड़े इलाके की विद्युत आपूर्ति ध्वस्त हो गई। गोण्डा, श्रावस्ती और बलरामपुर में भी खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल भीग गई। जहां भूसा कटा पड़ा था, वह आंधी में उड़ गया।