राजाकुमार की रिपोर्ट
ढाका(मोतिहारी)। संविधान बचाओ संघर्ष मोर्चा द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (CAA), प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पणजी (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या पणजी (NPR)के विरोध में संविधान रक्षकों द्वारा आयोजित अन्श्चित कालीन धरने के आज के दिन का आरम्भ भी राष्ट्रगाण से हुआ, सामुहिक रूप से राष्ट्रगाण पढ़ा गया और संविधान की प्रस्तावनी पढ़ी गई एवं क्रान्तिकारी नारे भी लगाए गए। आज की अध्यक्षता राम पदारथ यादव और संचालन राजेश कुमार राम ने किया। धरने को संबोधित करते हुए जमियत उलमा के जिला उपाध्यक्ष मौलाना अमानुल्लाह मजाहीरी ने कहा कि देश को आजाद कराने मे हर कदम पर मुसलमानों ने अपने प्राणों और अपने लहु का बलिदान दिया है, आजादी से लेकर अब तक मुसलमानों का खुन ही केसरीया रंग की सुन्दरता बरकरार रखने में बहुमुल्य योगदान दे रहा है। मुसलमान किसी अन्य देश के नहीं बल्कि इसी मिट्टी के हैं, यह किसी के बुलाए न आए हैं और न किसी के भगाए जाऐंगे। यह आखरी दम तक इस काला कानून के विरूद्व लड़ेंगे। धरने की अध्यक्ष्ता कर रहे राम पदारथ यादव ने कहा कि यदि तीनों कानून लागू करना ही है तो डीएनए के आधार पर लागू करो। बामसेफ के सदस्य हरे राम प्रसाद ने कहा कि यह कानून भारत की एकता और अखंडता पर प्रहार है हम मुल निवासी इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।
वाजिद खान शिक्षक ने कहा कि सरकार देश की अहम मुद्दों से भटका कर विभाजनकारी कानून लाकर देश की जनता को परेशान कर रही है।
मौजद नागरिकता कानून सभी मूलनिवासियो के लिए खतरनाक साबित होगी।
वहीं अन्य वक्ताओं ने भी CAA, NRC और NPR पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया। धरनार्थी महिलाओं में अफसाना खातुन, शाजीया प्रवीण, अकील अफसा, उम्मे कुलशुम, मुस्कान, साबरा प्रवीण, सबरत अजीज आदि ने संबोधित किया।