विपिन कुमार चौधरी की रिपोर्ट
मधुबनी, बिहार। लॉक डाउन की वजह से गरीबो का काम धंधा चौपट हो गया है। ऐसे में गरीब को खाने की आफत आन पड़ी है। मगर पैसे को ब्याज पर लगाने वाले सूदखोर को लॉक डाउन या काम से कोई मतलब नहीं है। मगर पूर्णिया के मधुबनी टीओपी थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जहाँ 30 हजार के बदले 60 हजार दिया जा चुका है, फिर भी सूदखोर द्वारा और ब्याज के लिए परेशान किया जा रहा है। पैसा देने से मना करने पर सुबह शाम घर की लड़की को भेजने को कहा जा रहा है। इस काम में उसकी मदद नकली पुलिस भी कर रही है।
घटना के संबंध में मधुबनी काली स्थान की रहने वाली पीड़िता अर्चना देवी ने बताया कि वह पहले सरकारी जमीन पर मुर्गी फॉर्म में रहा करती थी, मगर अतिक्रमण के बाद उसका घरद्वार सब टूट गया है। थाना के पीछे रहने वाले शक्ति मल्लिक से उसने 10 प्रतिशत पर पैसा लिया था। जिसे सूद और मूल जोड़कर हर माह देती थी। पैसा लेट से देने पर उस पैसे का भी ब्याज लिया जाने लगा। अब तक 60 हजार दे चुकी है मगर वह और पैसे की माँग कर रहा है।