प्रशान्त झा की रिपोर्ट
चुनावी मौसम में बिहार की बहारें सैलाब में बह गई हैं। हालात आउट ऑफ कंट्रोल हो रहे हैं। नदियां उफान पर हैं। पुल भ्रष्ट्राचार की भेंट चढ़ रहे हैं। नाले भी सिस्टम की उदासीनता में उबल रहे हैं। लोग जान जोखिम में डालकर दिन गुजारने को मजबूर हैं। पूरा प्रदेश तालाब बन गया है। बाढ़ ने भारी नुकसान पहुंचाया है।
सुपौल इलाके में पिछले दो दिन से लगातर भारी बारिश हो रही है। बाजार और हाइवे पर पानी ही पानी नजर आ रहा है. नेशनल हाइवे 106 तालाब में तब्दील हो गया है। यहां 2 फीट तक पानी खड़ा हो गया है. हाइवे के पास ही बाजार है। ऐसे में आम लोगों का जीना दुश्वार हो गया है।
वहीं, दरभंगा के गोपालपुर गांव के लोगों की परेशानियां समय के साथ बढ़ती ही जा रही हैं। दो जगह बांध टूटने से गांव में पानी भर गया है। खेत-खलिहान के साथ रास्ते भी डूब गए हैं। बाढ़ का पानी घरों के अंदर आना शुरू हुआ तो लोगों ने पलायन कर जान बचाने का विकल्प चुना। फिलहाल, हालात ये हैं कि गांव से निकलकर लोग रेलवे ट्रैक के किनारे आसरा लिए हुए हैं। करीब 50 परिवार बांस-बल्ली और प्लास्टिक के सहारे तंबू लगाकर रह रहे हैं।
पूर्व मंत्री के घर में घुसा पानी
मुजफ्फरपुर जिले में देर रात से हो रही लगातार बारिश के कारण NH-28 से सटा मुहल्ला जलमग्न हो गया है। आम लोगों के साथ ही बिहार सरकार के पूर्व मंत्री अजित कुमार के घर में भी पानी घुस गया है। सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। पूर्व मंत्री अजित कुमार ने कहा कि क्या आम, क्या खास सब बराबर हैं, अपनी स्मार्ट सिटी मुजफ्फरपुर के सबसे पॉश इलाके का यह हाल है। उन्होंने कहा कि आपदा है, महामारी है लेकिन बड़ा सवाल तैयारी पर भी है। लोगों का आरोप है कि 10 साल से नालों की सफाई नहीं हुई, नगर विकास मंत्री स्थानीय विधायक हैं, उन्हें जब बताया गया तो कहा कि आपदा में ऐसा ही होता है।
कोरोना महामारी, आकाशीय बिजली और बाढ़ की मार झेल रहे बिहार में लोगों का जीवन फिलहाल बेहद मुश्किल में है। विपक्ष नीतीश कुमार सरकार पर नाकामी के आरोप लगा रहा है। आरजेडी नेता और पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने कहा है कि बाढ़ से लोगों को जान-माल का भारी नुकसान हो रहा है, लोग भूखे मर रहे हैं, सरकारी अव्यवस्था के चलते कोरोना का प्रकोप और संक्रमण गंभीर रूप से फैल चुका है, सरकार फाइलों में बंद है। राबड़ी देवी ने ये भी कहा है कि मुख्यमंत्री डरे 4 महीने से घर से बाहर नहीं निकले हैं, जनता मरे तो मरे, इनकी पार्टी गिद्ध रैली में मस्त है।
बता दें कि बिहार में इस साल के आखिर में ही विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं और बीजेपी व जेडीयू ने जनता से जुड़ने के लिए वर्चुअल रैली की शुरुआत की है। यही वजह है कि आरजेडी लगातार जेडीयू और बीजेपी पर आपदा के वक्त भी राजनीति के आरोप लगा रही है।