देवेन्द्र श्रीवास्तव की रिपोर्ट
तिन्दवारी। भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौशल्या हितकारी, हर्षित महतारी, मुनि मन हारी, अद्भुत रूप विचारी’ की गूंज इस बार मंदिरों में नहीं शंख-घंटा व घड़ियाल के बीच घरों में हवन पूजन के बीच गूंजी। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर देवी मंदिरों के पट बंद रहे, पुजारियों ने अकेले आरती कर पूजा-अर्चना की। महिला, पुरुष व बच्चों ने भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम राम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया।
कोविड-19 की वजह से इस बार रामनवमी का पर्व घरों में ही मनाया गया। जुलूस, रैली व मुख्य मार्गो पर पताकाएं यदा-कदा ही दिखाई पड़ीं। हालांकि इसके बाद भी भगवान का जन्मोत्सव सनातन हिदू परिवारों में धूमधाम से मनाया गया। जैसे ही दोपहर के 12 बजे। घरों से शंख, घंटा, घड़ियाल की ध्वनि गूंज उठी। सभी श्रीराम के जन्मोत्सव में झूम उठे। कस्बे रामनगर हनुमान नगर भगवती नगर संतोषी नगर तेरहीमाफी गांव मिरगहनी समेत के प्रमुख मोहल्लों में श्रीराम का जन्मोत्सव धूमधाम मनाया गया।
यह भी पढ़ें