आदित्य प्रताप सिंह राव की रिपोर्ट
लखनऊ -राजधानी के विकासखंड बख्शी का तालाब के अंतर्गत ग्राम रेवामऊ में ग्राम दबंग प्रधान व ग्राम सचिव की मिलीभगत से सरकारी धन का जमकर बंदरबांट किया जा रहा है। एक ओर जहां सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप विकासखंड बीकेटी में महिलाओं के उत्थान के लिए मनरेगा कार्यों के तहत योजनाएं चलाई जा रही हैं वहीं विकासखंड बीकेटी के ग्राम रेवामऊ के प्रधान व पंचायतमित्र संतोष कुमार व ग्राम पंचायत सचिव उदय प्रताप सिंह ने मिलकर सरकारी धन का का जमकर बंदरबांट किया हैं। ग्राम रेवामऊ निवासी शकुंतला सिंह ने दिनांक 30/9/2021 को खंड विकास अधिकारी बीकेटी को प्रार्थना पत्र देकर मामले की जांच कराए जाने की मांग की है। शकुंतला सिंह का कहना है कि वह एक निम्न परिवार कि गरीब महिला है उनका चयन लक्ष्मी समूह द्वारा सामुदायिक शौचालय स्थित ग्राम पंचायत रेवामऊ की देखरेख के लिए रखा गया था। किंतु काफी समय बीत जाने के पश्चात अभी तक उन्हें कोई भी मानदेय नहीं मिला है।जब शकुंतला द्वारा बक़ाया मानदेय प्राप्त करने के लिए जानकारी की गई तो पता चला कि उनके नाम से मानदेय का भुगतान किसी अन्य व्यक्ति के खाते में दिया जा रहा है। आपको बता दें कि जिस शौचालय की देखरेख के लिए शकुंतला की नियुक्ति की गई थी उस शौचालय की स्थिति अत्यंत जर्जर है शौचालय में ना तो दरवाजे हैं और ना ही मूलभूत वस्तुएं उपलब्ध है।
इस मामले में जब ग्राम प्रधान से बात की गई तो उन्होंने पीड़ित महिला को उसके पद से हटाने की बात कही। आपको बता दें कि शकुंतला एक अत्यंत गरीब परिवार की महिला हैं उनका एक दिव्यांग पुत्र भी है, मानदेय न मिलने से शकुंतला को जीविका के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ रहा है। शकुंतला ने बताया कि जब उसने विकास खंड अधिकारी बीकेटी पूजा सिंह से बात की तो उनका रवैया भी गैर जिम्मेदाराना दिखाई दिया। खण्ड विकास अधिकारी पूजा सिंह ने बताया की मामले की जाँच की जा रही है।वही जिला पंचायतराज अधिकारी सारस्वत आनन्दी को जानकारी के लिये फोन मिलाया गया तो उन्होंने फोन उठाना भी मुनासिब नही समझा।