मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई जनपद मे आज हम आपको एक ऐसे शिक्षक से खबर के माध्यम से रूबरू कराएंगे जो शिक्षक ही नही है बल्कि यह अध्यापक के साथ साथ ठेकेदार व जनता से निर्वाचित नेताजी भी है।
आज हम हरदोई के आर आर कालेज में तैनात अध्यापक कमल वर्मा की बात कर रहे है इन अध्यापक महोदय को जिस अध्यापन कार्य के लिए सरकार बेतन देती है उस अध्यापन सेवा देने के समय मे अध्यापक महोदय अपनी ठेकेदारी का कार्य देखते है और सरकार से फ्री में बेतन ले रहे है।एक समाजसेवी नवयुवक ने अध्यापक महोदय की कार्यशैली की शिकायत की है व आरोप लगाया है कि कमल वर्मा ने चुनाव लड़ने व ठेकेदारी का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए स्कूल प्रवंधन से अनुमति नही ली थी जो नियमविरुद्ध है व शिकायतकर्ता ने कमल वर्मा को जो बेतन सरकार दे रही है उसके भुगतान पर भी रोक लगाने की मांग की है।
जब इस बारे में आर आर कालेज के प्रधानाचार्य राठौर जी से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि जब से कमल वर्मा की जॉइनिंग हुई है तब से इनके द्वारा लापरवाही बरती जा रही है कमल वर्मा को कई नोटिस जारी की गई लेकिन रवैये में कोई सुधार नही आया और जो अभी सुरसा से क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था उसकी परमिशन भी कालेज प्रवंधन से नही ली गई थी व अभी तक कमल वर्मा को जो नोटिस जारी की गई है उसकी काफी मोटी पत्रावली कालेज प्रवंधन के पास मौजूद है लेकिन कमल वर्मा पर कार्यवाही करने के लिए जो भी पत्र सम्बंधित विभाग या अधिकारी को लिखे गए है उन पर कोई भी कार्यवाही नही हो सकी है
कमल वर्मा ठेकेदारी करते है इसकी जानकारी तो उनके पास है लेकिन कोई सबूत न होने के कारण ठेकेदारी करने के सम्बंध में कोई कार्यवाही नही की जा सकी है।
जब इन अध्यापक महोदय की ठेकेदारी करने की पड़ताल की गई तो पाया गया कि वर्तमान समय मे अध्यापक महोदय करोड़ो रूपये का कार्य करा रहे है व सत्तापक्ष के रसूखदार ठेकेदारों का एक सिंडिकेट इनकी फर्म पर कार्य कर रहा है और अध्यापक महोदय खुद अब एक फर्म के प्रोपराइटर है।पहले इनकी माता जी एक फर्म की प्रोपराइटर थी।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में कराए गए तमाम कार्यो की जांच चल रही है और एक शिकायत की जांच पर साढ़े तीन करोड़ रुपये जुर्माना लगाया जा चुका है जिसमे लगभग एक करोड़ रुपये अध्यापक महोदय को जमा करने को बाकी रह गए है।
एक बात तो निश्चित रूप से तय है कि आने वाले समय मे अध्यापक महोदय से सम्बंधित बहुत से ऐसे प्रकरण है जो जनता के सामने होंगे
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ ऐसे प्रकरण है जिनकी अगर पुष्टि हो गई तो गम्भीर धाराओं में एफआईआर तक दर्ज हो सकती है इस फर्जीवाड़े के प्रकरण की पड़ताल जारी है।