विजय कुमार की रिपोर्ट
कन्नौज – पुलिस की निष्क्रियता से इन दिनों नशेबाज बेलगाम हो गए हैं शाम होते ही भीड़भाड़ वाले इलाकों में नशेडियो का जमघट लगने लगता है और पुलिस सड़कों से गायब हो जाती है जिस कारण रास्ते से गुजरने वाली महिलाओं को शर्मसार होना पड़ता है इन दिनों दिन में तो किसी प्रकार पुलिसकर्मी ड्यूटी करते नजर भी आ जाते हैं लेकिन शाम होते ही सड़कों से खाकी धारी भी नदारत हो जाते जिसके बाद भीड़ भाड़ वाले इलाकों से लेकर इत्र नगरी के तिराहोंऔर चौराहों पर नशेबाज युवकों का जमावड़ा होने लगता है कुछ नशेड़ी तो खुद को भाजपाई साबित करने के लिए गले में भगवा गमछा डालकर इतराते घूमते हैं ताकि यदि कोई पुलिसकर्मी से आमना सामना हो भी जाए तो वह खुद को भाजपाई साबित कर उसे भी रौब झाड़ सके ऐसे नशेबाजों की टोलियां किसी एक जगह पर नहीं वल्कि शहर के कई ठिकानों पर एकत्रित होती हैं सरायमीरा में रोडवेज बस स्टैंड पर शाम होते ही एक चाय वाले की दुकान पर युवाओं की भीड़ जुटने लगती है और इस दौरान डाक बंगला रोड व कचहरी रोड की तरफ से आने जाने वाली महिलाओं पर फब्तियां कसते हैं इतना ही नहीं बल्कि रोडवेज बस स्टैंड के बाहर तमाम युवक अपनी कारें और बाइक के आड़ी तिरछी लगाकर आपस में गाली गलौज और हंसी मजाक करते हैं जिस कारण रास्ता भी जाम हो जाता है और यदि कोई राहगीर उनसे रास्ता छोड़ने के लिए बोल देता है तो युवकों की टोली उनसे अभद्रता करने लगती है कुछ ऐसा ही हाल सरायमीरा में सदर तहसील के बगल में है यहां देशी शराब ठेका संचालित है शाम होते ही तमाम नशे बाजों का जमघट यहां लगने लगता है और स्थिति यह हो जाती है कि शाम के वक्त कभी-कभी तो जीटी रोड पर निकलना भी मुश्किल हो जाता है जबकि ठेके के आसपास ही पियक्कड़ पैग लगाते हैं और फिर नशे में होने के बाद रोड पर या फुटपाथ पर पड़े रहते हैं तहसील के बगल नशेबाजों का यह हाल तब है जब वहां से जिले के अफसर निकलते रहते हैं और तहसील परिसर में ही चौकी संचालित है सूत्रों की माने तो भले ही ठेके पर दारू पिलाने का लाइसेंस न हो लेकिन यहां दारु पीने की नशेडियो को पूरी छूट होती है और इसके एवज में ठेका संचालक की ओर से चौकी पुलिस का हिस्सा भी पहुंचा दिया जाता है तहसील से करीब 400 मीटर की दूरी पर तिर्वा क्रॉसिंग चौराहा है जहां कन्नौज रोड मोड़ पर एक शराब ठेका भी संचालित है और पास में ही कोल्ड ड्रिंक व नमकीन की दुकान है यहां शाम होते ही नशेबाजों की धमाचौकड़ी शुरू हो जाती है यह कन्नौज शहर की मुख्य रोड है और सबसे व्यस्ततम चौराहा भी है लेकिन नशेबाजों की धमाचौकड़ी किसी अधिकारी को और पुलिस कर्मी को या तो दिखाई नहीं देती है या फिर वे उसे देखना नहीं चाहते हैं