अरविंद कुमार सिंह की रिपोर्ट
गाजियाबाद। खुद को यूपी पुलिस में दरोगा बता एक युवती तीन दिन से गाजियाबाद पुलिस लाइंस में रह रही थी। हैरान करने वाली बात यह है कि बिना आमद कराए उसने महिला सिपाही बैरक में रहना शुरू कर दिया और पुलिस अधिकारियों को भनक तक नहीं लगी। युवती के साथ एक अधेड़ भी आया था, जिसे वह अपना पिता बता रही थी। बैरक में उसकी गतिविधियां देखकर प्रतिसार निरीक्षक (आरआइ) को मामले की जानकारी दी और फिर पूछताछ में सारी सच्चाई सामने आ गई। कविनगर थाना पुलिस ने शुक्रवार को आरोपित व अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
रामपुर की रहने वाली है महिला
एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि आरोपित युवती की पहचान 21 वर्षीय प्रभजोत कौर के रूप में हुई है, जो रामपुर के बिलासपुर की रहने वाली है। बुधवार शाम युवती पुलिस लाइंस में रघुवेंद्र नाम के व्यक्ति के साथ आई थी, जिसे वह अपना पिता बता रही थी। प्रभजोत ने खुद को दरोगा बताते हुए कहा कि वह मुरादाबाद से यहां ट्रांसफर हुई है और विजयनगर थाने में तैनाती मिली है।
दारोगा बता कर रह रही थी सिपाही के बैरक में
प्रभजोत कौर ने खुद को दारोगा बताते हुए कहा कि वह मुरादाबाद पीटीएस (पुलिस ट्रेनिंग स्कूल) से यहां आई है और विजयनगर थाने में तैनाती मिली है। पुलिसकर्मियों को इस पर अचंभा हुआ कि दरोगा सिपाही की बैरक में है और तैनाती मिलने पर भी पूरा दिन लाइंस में ही रहती है। जानकारी मिली तो आरआइ एमपी सिंह ने चेक किया, लेकिन इस नाम से किसी दरोगा की आमद नहीं हुई थी।