शायर शादाब जफर शादाब की ग़ज़ल को तृतीय सम्मान।
लॉकडाउन के चलते आजकल सांस्कृतिक गतिविधियां बंद होने से देश, विदेश के शायरो के लिए मुम्बई की सामाजिक व सांस्कृतिक अदबी संस्था हम फैस्टिवल द्वारा फेसबुक पेज पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय इनामी शेरी प्रतियोगिता का आयोजन मशहूर और इंकलाबी शायर निश्तर खानकाही के मिसरे तरहा.. “में अपने ही ज़ख़्मों का लहू पी के पला हूँ ” पर किया गया। जिस में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सैकड़ों शायरो ने इस मिसरे पर कलाम कहे और प्रतियोगिता में शामिल हुए।
इस प्रतियोगिता में नजीबाबाद के मशहूर व मारुफ शायर शादाब जफर शादाब की ग़ज़ल को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। निर्णायक मंडल द्वारा जहीर राही मुरादाबाद को प्रथम व राजस्थान की शिफा को द्वितीय स्थान मिला। शादाब जफर शादाब को हम फैस्टिवल द्वारा अॉनलाइन ग़ज़ल सम्मान मिलने पर शायर महेंद्र सिंह अश्क, मौसूफ अहमद वासिफ डा. तैय्यब जमाल, बेगराज यादव, सुहेल शहाब शम्सी, मुख्तार अहमद शाद, डा. अरूण गुप्ता, अजय जौहरी, अकरम जलालाबादी, सय्यद अहमद, अबरार सलमानी, आदि कवि शायरो ने बधाई दी हैं।