मोहित गुप्ता ब्यूरो रिपोर्ट
हरदोई जनपद के शाहबाद थाना क्षेत्र के ग्राम लोनी निवासी नीरज पुत्र राजेश कुमार उर्फ सुरेंद्र कुमार की शादी पूजा देवी पुत्री महेंद्र पाल निवासी बढ़ाईया खेड़ा थाना पिहानी जनपद हरदोई से 14 जून 2020 को हिंदू रीति रिवाज के अनुसार हुई थी। तब से पति पत्नी आराम से रहते थे और एक बच्चे का भी जन्म हुआ था जोकि अत्यंत बीमारी के कारण उस बच्चे की पूर्व में मृत्यु हो चुकी थे थी और पत्नी का भी काफी इलाज हुआ था जिसमें लाखों रुपए का मेरा खर्चा भी हुआ 18 नवंबर 2022 को पति पत्नी के बीच में आपसी कहासुनी हो गई थी जिसको लेकर पत्नी पूजा ने अपने मायके फोन करके मायके पक्ष के महेंद्र पाल, फकीरचंद, राजू, सुनील, और सौरभ 19 नवंबर 22 को घर आकर पीड़ित की पत्नी को जबरदस्ती मायके लेकर चले गए वही पीड़ित नीरज अपने ससुराली जनों से कहता रहा कि आप लोग जानते हो कि मैं और मेरे पिता और मेरी पत्नी पूजा के अलावा घर में कोई नहीं है अगर पूजा अपने मायके चली जाएगी तो घर में खाना बनाने वाला कोई नहीं लेकिन ससुराल वालों ने एक न सुनी और पीड़ित की पत्नी को लेकर ससुराल चले गए वहीं पीड़ित गांव भी गया बिदा कराने के लिए लेकिन बिदा नही हुई तो पीड़ित ने इस संबंध में थाना पिहानी में भी प्रार्थना पत्र दिया कि सुलह समझौता कराकर मेरी पत्नी को मेरे साथ भेज दिया जाए ताकि मेरा घर टूटने से बच जाए पीड़ित आज थाना शाहबाद भी प्रार्थना पत्र लेकर गया था और अपनी फरियाद अपने संबंधित थाना क्षेत्र में की वहीं पर पत्रकारों से भी रूबरू हुआ और अपनी आप बीती बताई पीड़ित ने बताया कि मैं छोटा ही था तो मेरी माता का स्वर्गवास हो गया था और मेरे पापा ने ही मुझे पाल पोस कर बड़ा किया। और मेरी शादी हो गई और मेरी पत्नी को ससुराल वाले लेकर चले गए अब हम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है मैं चाहता हूं कि मेरी पत्नी अपने घर में आकर रहे पत्नी को जरा सी परेशानी मंजूर नहीं वह अपने मायके में रहने को तैयार आखिर एक बेटी का ब्याह इसलिए किया जाता है की वह अपने परिवार के साथ सुख दुख के साथ अपने परिवार के साथ रहे थोड़ा सा सुख तो थोड़ा सा दुख जीवन में चलता रहता है लेकिन एक लड़की के मायके वाले ही जिस तरीके से अपनी लड़की का पक्ष ले रहे हैं गलत रवैया के साथ लड़की का जीवन खराब कर रहे हैं लड़का चाहता है कि मेरी पत्नी मेरे सुख दुख का साथी है और मैं अपनी पत्नी को हर सुख देने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन फिर भी कहीं ना कहीं तकलीफ के घेरे में रहकर मैं लड़की को खुश नहीं कर पा रहा इसी कारण लड़की के मायके वाले लड़की का नाजायज तरीके से पक्ष ले रहे हैं और मेरी पत्नी मेरे साथ नहीं भेज रहे हैं