यूपी विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की किस्मत आजमा रहे एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर योगी आदित्यनाथ ला खड़ा किया कटघरे में और शब्द बाणों से योगी जी के नक़ली क़िले को किया पल में धराशायी। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा, आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि यूपी में दलितों के बाद सबसे ज्यादा नाइंसाफी मुसलमानों के साथ हुई है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, बीजेपी सबका साथ और सबका विकास की बात करती है। अजय मिश्रा टेनी इनकी सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री हैं, जिनकी गाड़ी ने 4 किसानों को मार दिया। उनकी प्रॉपर्टी को न ही गिराया गया और न ही जब्त किया गया। इसके पीछे कारण यह है कि वह ब्राह्मण हैं। उनके वोट इनको हासिल करना है।
ओवैसी ने कहा, इस तरह की बात कोई और नहीं कहता है। मैं किसी समाज के खिलाफ नहीं हूं लेकिन सच्चाई यही है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस सुदर्शन रेड्डी की रिपोर्ट में था कि सीएए के प्रोटेस्ट में केवल एक ही धर्म के लोगों को मारा गया। ओवैसी कहते हैं कि इंसाफ कमजोरों के साथ कभी नहीं होता है।
ओवैसी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उनकी पार्टी दिल्ली में हुए फसाद को नहीं रोक पाई और न ही त्रिपुरा में जो कुछ हो रहा है उसे लेकर कुछ कर पा रही है। उन्होंने कहा, गुजरात में एक विशेष धर्म के व्यक्ति ने दुकान खोली तो वहां पर RSS के लोग पहुंच गए और कहने लगे कि तुम यहां पर कैसे दुकान खोल सकते हो?
ओवैसी द्वारा लगाए गए आरोपों पर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, अगर आपको लगता है कि यूपी में मुसलमानों के साथ गलत हुआ है तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करिए। उन्होंने कहा, यूपी में योगी आदित्यनाथ ने अपराध और अपराधियों से कोई समझौता नहीं किया है।