गौरव शुक्ला की रिपोर्ट
नवाबगंज फर्रुखाबाद -जमीन पर कब्जा लेने के मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न किये जाने व आरोपियों द्वारा बार-बार जानमाल की धमकी देने से क्षुब्ध होकर राजमिस्त्री ने जहरीला पदार्थ खा लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। परिजनों ने आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां से हालत बिगडऩे पर चिकित्सक ने लोहिया रेफर कर दिया। लोहिया ले जाते समय रास्ते में राजमिस्त्री की मौत हो गई। जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के चिक वाली गली निवासी राजमिस्त्री गणपत जाटव उर्फ पतरे की 16 बीघा जमीन बबना रोड पर है। जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। जिसकी शिकायत गणपत ने कई बार पुलिस से की। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने चुन्नू उर्फ करतार सिंह पुत्र अतर सिंह, रामचन्द्र पुत्र वंशीलाल, नंदन, कुनन्कू, नन्हे, शिवनन्दन पुत्रगण फेरूं सिह निवासी चिक वाली गली कस्बा नवाबगंज के विरुद्ध धारा 147, 323, 504, 506, 452, 427, 354 (ख) व दलित उत्पीडऩ की धारा सहित मुकदमा दर्ज तो कर लिया लेकिन आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही न करने से आरोपी पीडि़त को जानमाल की धमकी देने लगे। इस संदर्भ में भी पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसके चलते रविवार को राजमिस्त्री ने जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगडऩे पर परिजनों ने आनन-फानन में उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां हालत बिगडऩे पर चिकित्सक ने गणपत जाटव को लोहिया रेफर कर दिया। परिजन लोहिया ले जा रहे थे, तभी रास्ते में राजमिस्त्री ने दम तोड़ दिया। जानकारी होने पर पत्नी पूनम व आदि परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा