मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई जनपद सपा हो भाजपा हो बसपा हो सब पार्टियां एक ही राग अलाप रही है ब्राह्मण ब्राह्मण ब्राह्मण जिससे समझा जा सकता है कि आगामी 2022 का चुनाव एक बार फिर विकास पर नही जातिवाद पर लड़ा जाएगा जो बेहद ही शर्मनाक है
सपा या बसपा ऐसी कौन सी पार्टी है जिसने एक भी प्रदर्शन ब्राह्मण पर उत्पीड़न को लेकर किया हो तो किस मुह से आज ब्राह्मण का राग अलाप रहे।
आज यह बात जरूर समझनी होगी कि भाजपा आखिर एकदम से ब्राह्मण विरोधी पार्टी कैसे बन गई।
भाजपा को ब्राह्मण विरोधी पार्टी बनाने में व भाजपा के शासनकाल में भ्रष्टाचार चरम पर है यह मानसिकता बनाने में विपक्ष से ज्यादा भाजपा नेताओं का ही बहुत बड़ा योगदान है।जिले पर बैठे नेताओ ने हर उस भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया जो सपा या बसपा की सरकार में हो रहा था।ब्यूरोक्रेसी जनता की शिकायत पर फर्जी आख्या लगाती रही और जिम्मेदार मौन रहे।जिले पर बैठे भाजपा के नेता ईमानदारी से अगर भाजपा के एजेंडे पर कार्य करते तो शायद आज भाजपा को प्रभुत्व वर्ग का सम्मेलन न करना पड़ता लेकिन अगर यह नेता भाजपा के एजेंडे पर कार्य करते तो मलाई चाटने को नही मिलती इस कारण इन लोगो को एजेंडे से विमुख होना पड़ा।
जिले पर बैठे नेताओ या पदाधिकारियों ने एक सिंडिकेट बना कर जम कर भ्रष्टाचार किया और उसको संरक्षण दिया पूरे साढ़े चार तक सिर्फ कोई काम किया गया तो वह टिकट दिलाने के नाम पर बसूली,जमीन कब्जाने की कोशिश,भ्रष्टाचार पर मौनता,भ्रष्टाचार में लिप्त लोगो को भगवाधारी बनाना,दलबदलुओं को कार्यकारणी में पद लेकर अपने मूल कार्यकर्ता की अनदेखी करना,यही हुआ है इस कारण कही न कही जनता के बीच से भाजपा की लोकप्रियता कम हुई है।