संगीता चौरसिया की रिपोर्ट
उन्नाव। जानवर काटते काटते आदमी भी जानवर बन गया है। 9 साल की मासूम का शव देख कर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी कुुुछ इसी प्रकार की जानकारी मिली। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के अनुसार मासूम के साथ सामूहिक दुष्कर्म ही नहीं, पूरे शरीर में चोट के निशान है। दरिंदों नेे दुष्कर्म ही नहीं पूरे शरीर को चुटिहिल कर दिया है। मासूम बच्ची ने भी जबरदस्त संघर्ष किया। दरिंदेे तो उसे मरा समझकर छोड़ गए थे। लेकिन मासूम बच्ची का अदम्य साहस उन्नाव से लेकर कानपुर तक देखा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट वहसी दरिंदे के कारनामों को उजागर करते हैं। पुलिस अधीक्षक ने मेडिकल रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल किया है। बिहार घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान में लियाा है और पुलिस प्रशासन को आरोपियों के गिरफ्तारी के निर्देश दिए है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
इधर पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों की टीम ने मासूम बच्ची की नाखून को सुरक्षित किया है। जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। जिससे यह निकल कर आएगा कि मासूम ने अपने को बचाने के लिए कितने वहसी दरिंदों के साथ संघर्ष किया है। दरिंदों की दरिंदगी का प्रमाण इस बात से लगाया जा सकता है कि मासूम बच्ची के शरीर पर दो दर्जन स्थानों पर चोट के निशान भी पाए गए। इतने से भी दरिंदों मन नहीं भरा तो उसी के फ्राक से गला घोटकर मारने की कोशिश की। दरिंदे तो उसे मरा सोचकर भाग गए थे। लेकिन मासूम बच्ची का संघर्ष यहां पर खत्म नहीं हुआ। पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल के बाद कानपुर के हैलट तक गई। लेेेकिन वहां उसकी सांसे थम गई। डॉक्टर नाखून को भी सुरक्षित किया है। इसके साथ ही बच्ची के शरीर में वहसी दरिंदे के बाल भी मिले हैं। जिसे भी सुरक्षित रखा गया है। डीएनए टेस्ट के माध्यम से दुष्कर्मियों के खिलाफ घेराबंदी की जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष भी पहुंचे
इधर घटना को लेकर राजनीति शुरू हो गई हैै। समाजवादी एमएलसी सुनील सिंह साजन मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार के साथ संघर्ष की बात कह रहे हैं। देर रात विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने भी परिवारी जनों से मिलकर उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जिला प्रशासन को पत्र भेजकर दोषी दुष्कर्मी की गिरफ्तारी के सख्त निर्देश दिए हैं।