तकरीबन दो हफ्ते पहले एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने शिवसेना (Shiv Sena) में बगावत कर दी थी. इसके बाद महाविकास अघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi government) गिर गई और बीजेपी (BJP) ने शिंदे गुट के साथ मिलकर सरकार बना ली. अब उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने एक्शन लेते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना से बर्खास्त कर दिया है. वहीं शिवसेना सांसदों के एक गुट ने शुक्रवार को पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से कहा कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ अपने मतभेद दूर करें।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने दावा किया है कि बगावत से प्रभावित शिवसेना के कम से कम 12 लोकसभा सदस्य उनके संपर्क में हैं. बीजेपी के एक नेता और केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि महाराष्ट्र में शिवसेना में विभाजन का लोकसभा पर भी असर पड़ेगा क्योंकि पार्टी के कुल 19 में से कम से कम 12 लोकसभा सदस्य पाला बदलने के लिए तैयार हैं।
Maharashtra Political Crisis: शिवसेना को फिर लगेगा बड़ा झटका! विधायकों के बाद अब 14 सांसद भी कर सकते हैं बगावत
Maharashtra Political Crisis: शिवसेना को फिर लगेगा बड़ा झटका! विधायकों के बाद अब 14 सांसद भी कर सकते हैं बगावत
आज गोवा से मुंबई लौटेंगे शिंदे गुट के विधायक, सुबह 11 बजे होगी बैठक
आज गोवा से मुंबई लौटेंगे शिंदे गुट के विधायक, सुबह 11 बजे होगी बैठक
Breaking News LIVE: विधायकों के बाद अब शिवसेना सांसद भी कर सकते हैं बगावत, लिस्ट में शिंदे के बेटे भी शामिल
Breaking News LIVE: विधायकों के बाद अब शिवसेना सांसद भी कर सकते हैं बगावत, लिस्ट में शिंदे के बेटे भी शामिल
महाराष्ट्र: चुनौतियों भरे किले को कैसे फ़तह कर पाएगी शिंदे सरकार?
महाराष्ट्र: चुनौतियों भरे किले को कैसे फ़तह कर पाएगी शिंदे सरकार?
Maharashtra Politics: बागी विधायकों को लेने गोवा पहुंचे सीएम एकनाथ शिंदे, स्पीकर चुने जाने से पहले मुंबई लौटने की तैयारी
Maharashtra Politics: बागी विधायकों को लेने गोवा पहुंचे सीएम एकनाथ शिंदे, स्पीकर चुने जाने से पहले मुंबई लौटने की तैयारी
बागी ग्रुप से सुलह पर जोर
शिवसेना के सूत्रों ने कहा कि शुक्रवार शाम को मुंबई में ठाकरे की ओर से बुलाई गई शिवसेना सांसदों की बैठक में एक वरिष्ठ नेता ने पार्टी के दीर्घकालिक हितों के लिए शिंदे के नेतृत्व वाले बागी समूह के साथ सुलह करने का सुझाव दिया. सुझाव पर ठाकरे की प्रतिक्रिया का पता नहीं चल पाया है.
सूत्रों ने कहा कि बैठक में तीन सांसदों-मुख्यमंत्री शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे, प्रवर्तन निदेशालय की जांच के घेरे में आ चुकीं भावना गवली और राजन विचारे ने हिस्सा नहीं लिया. शिवसेना के लोकसभा में 19 सदस्य और राज्यसभा में तीन सदस्य हैं.
सांसदों ने मतभेद दूर करने को कहा
कल्याण से लोकसभा सदस्य श्रीकांत (Shrikant) पहले ही अपने पिता के खेमे से जुड़ चुके हैं, जबकि यवतमाल (Yavatmal) से सांसद भावना गवली (Bhavna Gawli) ने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को पत्र लिखकर हिंदुत्व (Hindutva) के संबंध में बागी नेताओं की शिकायतों पर विचार करने का आग्रह किया था. राजन विचारे (Rajan Vichare) लोकसभा में ठाणे सीट (Thane seat) का प्रतिनिधित्व करते हैं।