मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई जनपद के कुछ विभाग भ्रष्टाचार में डूबे हुए है जिनमे से एक हरदोई का शिक्षा विभाग है इस विभाग में एक से एक नटवरलाल है जो शिकायत पर गोलमोल आख्या लगा कर भ्रष्टाचार करने वालो को बचा रहे है
दरअसल शिकायतकर्ता ने तीन शिक्षको पर आरोप लगाया था की वह फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे है जिसकी जांच पिछले कई महीनों से चल रही थी लेकिन जब इन फर्जी शिक्षको से सम्बंधित खबर का प्रकाशन हमारे संस्थान द्वारा किया गया तब जाकर शिक्षा विभाग जागा व तीनो शिक्षक के पुनः डॉक्टरी परीक्षण करने का व आख्या उपलब्ध कराने का आदेस जारी हुआ है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि निधि,स्वेता,व प्रदीप फर्जी विकलांग प्रमाणपत्र के आधार पर सहायक अध्यापक की नौकरी कर रहे है
शिकायतकर्ता पिछले डेढ़ साल से लगातार शिकायत कर रहा है लेकिन कोई कार्यवाही धरातल पर नही हो सकी थी और मामले को ले दे के निपटा दिया जाता था।
शिकायतकर्ता ने बताया इन तीनों सहायक अध्यापकों ने विकलांग कोटे से फर्जी विकलांगता प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी प्राप्त की है जबकि यह तीनों सहायक अध्यापक पूर्ण रूप से स्वस्थ है शिकायतकर्ता ने मांग की थी कि इन तीनो का पुनः डॉक्टरी परीक्षण कराया जाए व नौकरी से बर्खास्त किया जाए व जो अब तक फर्जीवाड़े के आधार पर सरकार से वेतन पाया है उसकी रिकबरी की जाए।
शिकायतकर्ता ने बताया कि शिकायत करने के बाद से लगातार उसे धमकी दी जा रही है और उसको जान का खतरा बना हुआ है।
अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या स्वास्थ्य विभाग निष्पक्ष जांच करेगा या नही यह सबसे बड़ा सवाल है।