वी॰पी॰ चतुर्वेदी की रिपोर्ट
कालपी (जालौन)यमुना नदी में आई बाढ़ की विभीषिका से कालपी क्षेत्र के लोग भयभीत एवं सहमे हुए हैं। पिछले 25 वर्षों के बाद लोगों ने यमुना का इतना भीषण रूप देखा। कालपी नगर के निचले हंसो सहित यमुना नदी के तटवर्ती लगभग एक दर्जन गांव के लोगों के लिए यमुना की बाढ़ एक खराब सपने के समान रही। हालांकि शनिवार को प्रातः 4:00 बजे से यमुना का जलस्तर 112. 73 मीटर तक पहुंच कर थम गया जो शनिवार को सारा दिन स्थिर रहा। दोपहर 2:00 बजे के बाद यमुना के जलस्तर में मामूली गिरावट होना शुरू हुई।
पिछले 1 सप्ताह से ज्यादा समय से निरंतर बढ़ रहे जलस्तर के बाद शनिवार से यमुना के जलस्तर में कुछ कमी आने से लोगों ने कुछ राहत की सांस ली है। इसके बावजूद अभी भी कालपी के नगरी क्षेत्र के साथ-साथ एक दर्जन गांवों में अभी भी लोग अपना आशियाना छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर बाढ़ का पानी उतरने का इंतजार कर रहे हैं। कालपी नगर के मोहल्ला तरी बुल्ला, आलमपुर, रामगंज, काजीपुरा, पच पंडा देवी मंदिर के पास का इलाका, गणेशगंज बजरिया आदि स्थानों में शनिवार को भी यमुना की बाढ़ का पानी भरा रहने से सैकड़ों लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर बने रहे। वही यमुना पट्टी के गांव मदारपुर, कीरतपुर, हीरापुर, देवकली, शेखपुर गुढा, मगरोल, मैनूपुर, नरहन, सिमरा शेखपुर, रएड, सहित लगभग एक दर्जन गांव की स्थिति भी बड़ी भ्याभ्य रही गांव के लोग या तो अपना घर खाली करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए अथवा गांव के उपरी इलाके में छतों पर रह कर रात गुजारी। ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों लोगों के तो आशियाने ही यमुना की बाढ़ में समा गए। कालपी में खतरे का निशान 108 मीटर पर है पिछले तीन-चार दिनों से लगातार यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर निरंतर बढ़ रहा था जो शनिवार की सुबह 4:00 बजे 112 . 73 पर आकर रुक गया। जो सारा दिन स्थिर रहने के बाद दोपहर बाद से कम होना शुरू हुआ। 25 वर्ष पूर्व वर्ष 1996 में यमुना का जलस्तर 112 . 94 तक पहुंचा था।
नगर के कुछ हिस्सों सहित बाढ़ प्रभावित दर्जनों गांव मैं बिजली व्यवस्था ठप होने से बड़ी मुश्किल
यमुना में आई बाढ़ से यमुना पट्टी के दर्जनों गांवों की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई कई दिनों से दर्जनों गांव में लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं वही कालपी नगर के कभी आधा दर्जन से ज्यादा मोहल्लों की बिजली भी काट दी गई है जिससे मोहल्ला तरी बुल्ला, राव गंज, गणेशगंज, मणि गंज, रामगंज, सहित तहसील परिसर एवं फैक्ट्री एरिया की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई नगर के क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति शुक्रवार दोपहर 12:00 बजे से बंद कर दी गई जो आज भी चालू नहीं हो सकी। जिससे नगर में रहने वाले लोगों के सामने भी बिजली एवं पानी का गंभीर संकट पैदा हो गया। उमस भरी गर्मी के कारण लोग रात भर सो नहीं सके।